नमामि गंगे द्वारा पंचगंगा स्थित श्री मठ के नीचे शिवालयों में हुई स्वच्छता रूपी सेवा

महाशिवरात्रि के पूर्व 15 दिवसीय 'स्वच्छता ही सेवा है सफाई ही पूजा है' अभियान के सातवें दिन रविवार को नमामि गंगे गंगा विचार मंच महानगर के तत्वावधान में पंचगंगा घाट स्थित प्राचीन शिवालय में सफाई की गयी।मंच के ज़िला संयोजक शिवम अग्रहरि के नेतृत्व में श्री मठ के नीचे स्थित अति प्राचीन तीन शिव मंदिरों में श्रमदान किया।रेत भरी होने के कारण के कारण कई विग्रह दर्शनीय नहीं थे।झाड़ू लगाकर मंदिर परिसर में फैले बालू व मिट्टी को साफकर बाहर निकाला।  

अभियान के दौरान टीम की महिला सदस्यों ने भागीदारी की।सभी हर हर महादेव शंभु काशी विश्वनाथ गंगे का गायन करते हुए सफाई कार्य जुटे रहें।मंदिरों को धोया गया।तत्पश्चात गंगाजल से विग्रहों को स्नानादि कराया गया।सफाई और पूजन के बाद श्रद्धालुओं ने भी जल अर्पित किया।बड़ी संख्या में आने जाने वाले भक्तों ने शीश झुकाकर प्रणाम किया।सभी को स्वच्छ गंगा निर्मल गंगा बनाए रखने के लिए प्रेरित किया गया।


शिवम ने बताया कि अभियान में गंगा किनारे की तीर्थ पुरोहितों सहित स्थानीय लोगों का सहयोग मिल रहा है।अभियान के माध्यम से देवाधिदेव महादेव के चरणों में स्वच्छता रूपी सेवा अर्पित की जा रही है।श्रीकाशीविश्वनाथाष्टकं के श्लोक उच्चारण के साथ मंदिर में स्थित विग्रहों को गंगाजल से अभिषेक किया गया।मां गंगा के जल से अभिषेक करने के साथ चमेली के तेल, पुष्प, विल्व पत्र, धुप, भस्म आदि अर्पित किया गया।जानकारी के अनुसार स्थानीय पंडा पुरोहितों द्वारा अधिकांश शिवालय की सेवा की जाती है।मंदिर हमारे काशी की अमूल्य धरोहर हैं।इनकी देखरेख प्रत्येक व्यक्ति को अपने स्तर करना ही चाहिए।इस दौरान दीपशिखा कन्नौजिया, निधि अग्रवाल, वर्षा कन्नौजिया आदि रहीं।

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