सेंट के. सी. मेमोरियल इंग्लिश स्कूल गौरा कला नेवादा में 'आस्था का महाकुम्म" एक भव्य वार्षिक उत्सव समारोह के रूप में मनाया गया।इस आस्था के महाकुम्भ उत्सव का आरम्भ मुख्य अतिथि-प्रोफेसर राजेश कुमार डिपार्टमेन्ट आफ मैकेनिकल इंजीनियरिंग व डीन स्ट्रेन्य अफेयर आई आई टी. बी. एच.यू. द्वारा किया गया। इस आस्था के महाकुम्भ वार्षिक उत्सव के गेस्ट आफ आनर विनोद कुमार एडिशनल जिला जज वाराणसी रहें। वार्षिक उत्सव में सर्व प्रथम मुख्य अतिथि प्रोफेसर राजेश कुमार (आई. आई. टी. बीएचयू) व एडिशनल जिला जज वाराणसी विनोद कुमारजी ने दीप प्रज्जवलन करके शुभारम्भ किया तथा विद्यालय के संस्थापक स्व.डा. कैलाश चन्द्र शर्मा व विद्यालय की पूर्व अध्यक्ष स्व. डा. गायत्री अवस्थी शर्मा के चित्र पर माल्यार्पण करके किया गया।
इसके पश्चात विद्यालय के डायरेक्टर रवि नन्दन तिवारी व प्रधानाचार्य तृप्ति तिवारी ने मुख्य अतिथि प्रोफेसर को अंग यस्वम् पहनाकर व स्मृतिचिन्ह प्रदान कर उनका विशेष सम्मान किया।इसके पश्चात् सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारम्भ गणेश वन्दना द्वारा किया गया। इसके पश्चात विद्यालय के बच्चों द्वारा वेलकम डान्स व हमारे नन्हें मुन्हें बच्चों ने नृत्य प्रस्तुत कर सभी दर्शको के मन को मोह लिया। इसके बाद छोटे बच्चों ने हृदय स्पर्शी नृत्य की प्रस्तुति कर ढेर सारी तालियों बटोरी।
प्रयागराज में चल रहे महाकुम्भ के रंग में बच्चों भाव को प्रस्तुत कर महाकुम्भ की ओर सभी को आकर्षित कराया। कुम्भ पर्व में सम्मिलित देश के कोने-कोने से जन सैलाब को बच्चों ने प्रस्तुत किया। इसके बाद समुद्र मन्थन के माध्यम से कुम्भ शीर्षक को प्रदर्शित किया गया।इस वार्षिक उत्सव में विद्यालय में सम्पन्न हुए G.K. Compitition के विजेता बच्चों को वित्तीय, पुरस्कार राशि प्रदान कर उन्हें बाल, कनिष्ठ व वरिष्ठ वर्ग के अनुसार पुरस्कृत किया गया।इसके पश्चात् आत्म रक्षा का प्रशिक्षण ले रहे बच्चों द्वारा self-defense act को प्रस्तुत किया। इस सांस्कृतिक कार्यक्रम में बच्चों ने "आधुनिक द्रोपदी नृत्य नाटिका की बड़ी भावपूर्ण प्रस्तुति की।
अन्त में विद्यालय के बच्चों ने अपनी शारीरिक शक्ति का प्रदर्शन करते हुए मार्च पास्ट की प्रस्तुति की। इसके बाद राष्ट्रगान गाकर सभी ने कार्यक्रम का समापन किया।। कार्यक्रम के अन्त में कोआर्डिनेटर ने आये हुए अतिथियाँ, अभिभावकों व शिक्षकों सभी तथा बच्चों को आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया ।