काशीराज परिवार कोर्ट के आदेश के बाद डॉक्टर अनंत नारायण सिंह के पॉवर ऑफ़ अटॉर्नी होल्डर अनिल कुमार ने अस्सी के एक होटल में खंडन करते हुए बताया कि हम लोगों ने कभी हस्तक्षेप ही नहीं किया था और यदि हस्तक्षेप करना होता तो बेदखली का सूट हम लोग दाखिल नहीं करते बेदखली का सूट विचाराधीन है न्यायालय के यहां उनको बेदखल करने के लिए। महाराज सज्जन पुरुष ऐसा कोई भी काम नहीं कर सकते है कि अपनी बहन के लिए किसी डॉक्टर धोबी या कारपेंटर किसी से भी मिलने के लिए क्यों रोकेगा ऐसा काम कोई सज्जन पुरुष नहीं करेगा और वह भी अपनी बहन के लिए और अभी माननीय न्यायालय का जो आदेश हुआ उस न्यायालय के आदेश से हम बहुत संतुष्ट हैं अच्छे स्तर से पालन करेंगे क्योंकि न्यायालय ने उनकी कई बातों को खारिज किया है|
उनका 25 करोड़ का डिमांड था हमारा हरजा खर्चा उसको खारिज किया म्यूजियम में हिस्सेदारी की बातों को भी खारिज किया ओदोपुर में जमीन बेचने की बातें जो थी उसको भी खारिज किया उनकी 6 से 7 बातों को न्यायालय ने खारिज किया। एक केवल उनका रहने का जो है विधि आदेश से खारिज किया जाए पहले से ही माननीय न्यायालय में विचाराधीन है मुकदमा बेदखली के लिए। हमारा अगला कदम माननीय न्यायालय के द्वारा जो आदेश आएगा बेदखली का उसकी हम प्रतीक्षा करेंगे और यह आदेश का हम सम्मान करते हैं यह जो आदेश हुआ है न्यायालय ने बहुत ही उचित निर्णय किया है न्यायालय ने हमें कहीं भी घरेलू हिंसा में लिप्त नहीं पाया है आगे के लिए हमें सचेत किया है आगे कहीं ऐसा ना हो ।