दुर्गाकुंड स्थित धर्म संघ शिक्षा मंडल में आज निशुल्क सामूहिक यज्ञोपवित्र संस्कार का आयोजन किया गया। यह आयोजन वैशाख शुक्ल तृतीया यानी अक्षय तृतीया के दिन आयोजित किया जाता है। इस आयोजन में बिहार झारखंड उत्तर प्रदेश छत्तीसगढ़ सहित अन्य प्रदेशों से बटुक पहुंचते हैं। विधि विधान के साथ यज्ञोपवित्र आयोजित किया जाता है। आज इस कार्यक्रम के यजमान राम प्रकाश दुबे समस्त कार्यक्रमों में बढ़ चढ़कर भाग ले रहे थे।
धर्म संघ शिक्षा मंडल के प्रबंधक जगजीतन पांडे ने बताया कि सनातन धर्म में अक्षय तृतीया को शुभ मुहूर्त मानते हैं इस तिथि को कोई भी मुहूर्त लिखने की आवश्यकता नहीं होती है उपनयन के विवाह के गृह प्रवेश के गृह आरंभ के प्रतिष्ठान प्रारंभ करने के लिए यह स्वयं सिद्ध मुहूर्त है। अक्षय तृतीया से ही सतयुग का प्रारंभ माना जाता है आज यहां पर बालकों का यह यज्ञोपवित्र संस्कार कराया जा रहा है बटुकों का उपनयन भी कराया जा रहा है पूरे भारतवर्ष से लोग यहां पर आए हुए हैं। यहां पर कुछ नेपाल से भी बच्चे पहुंचे हुए हैं। सारी व्यवस्था धर्म संघ के द्वारा की जा रही है