उत्तर प्रदेश किसान काँग्रेस पूर्वी जोन के प्रदेश प्रवक्ता संजय चौबे ने कचहरी स्थिति शाही दरबार मे पत्रकारवार्ता करते हुए बताया कि प्रदेश मे समाजवादी पार्टी की सरकार मे प्रमुख सचिव उत्तर प्रदेश शासन ने सरकार की मंशा को पत्रांक के माध्यम से बताया की उत्तर प्रदेश मे मत्स्य पालकों को कृषी का दर्जा दिया गया है, पत्र मे उन्होंने बताया की मत्स्य पालकों कों कृषी की दर पर पानी भराव के लिये बिजली सप्लाई किया जाय तथा मत्स्य पालकों को अनुदानित दर पर लोन दिया जाय तथा प्राकृतिक आपदा से बचने के लिये बीमासुरक्षा,विपणन,अभिलेखों के पंजीयन में स्टाम्प शुल्क मे छूट भी दिया जाय एवम इन योजनाओं का व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार किया जाय।
उन्होंने बताया कि बड़े दुख के साथ कहना पड़ रहा है 11वर्ष बीत जाने के बाद भी मत्स्य पालकों को कृषी की सुविधायें नहीं मिल पा रही है। दो साल पहले तो यदि कोई मत्स्य पालक पोखरा खोदवाकर बिजली का कनेक्शन लेने जाता था तो अधिकारी सीधे कामर्शियल रेट पर एस्टीमेट बना देते थे लेकिन आज की स्थिति यह है की कई अधिशासी अभियंताओं ने बताया की मत्स्य कों कृषी का दर्जा संबंधी कोई आदेश पारित हुआ है लेकिन उनके पास कोई आदेश की कापी नहीं है उन्होंने कहा कि कितनी शर्मनाक बात है कि आदेश की कापी बिजली विभाग मे नहीं है जबकि आदेश पारित हुए 11साल हो गये तो यह आज तक मत्स्य पालकों का कितना शोषण किये होंगे यह जाँच का विषय है और इस शर्मनाक स्थिति पर बिजली मंत्री कृषी मंत्री और मत्स्य मंत्री कों तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे देना चाहिये. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जल्द ही मत्स्य पालकों कों कृषी की सुविधाएं नहीं दी गयी तो किसान काँग्रेस पूरे प्रदेश मे जन आंदोलन चलाएगी।