2 अगस्त 2025 आगामी दौरे पर वाराणसी आ रहे माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात को लेकर किसानों के प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा। प्रतिनिधिमंडल ने मांग की कि उन्हें प्रधानमंत्री से मिलने का समय निर्धारित किया जाए, ताकि वे क्षेत्रीय किसानों की गंभीर समस्याओं को सीधे प्रधानमंत्री के समक्ष रख सकें।ज्ञापन में बताया गया कि जब किसानों की आवाज उठाने वाले किसान नेता अजीत सिंह को 28 जुलाई को जनपद जौनपुर के चंदवक थाना क्षेत्र स्थित आवास पर पुलिस ने हाउस अरेस्ट कर लिया, तो किसानों में रोष व्याप्त हो गया।किसानों ने ज्ञापन के माध्यम से निम्न प्रमुख समस्याएं उठाई हैं:केराकत तहसील के अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग 233 के निर्माण से प्रभावित किसानों को अब तक मुआवजा नहीं मिला है, जबकि अधिकांश किसानों ने सहमति पत्र भी जमा कर दिए हैं। अधूरी पड़ी सड़क (16 किमी) के कारण सड़क हादसों में अब तक कई जानें जा चुकी हैं।शारदा सहायक खंड 36 के पेसारा रजवाहा में पानी न आने के कारण डोभी ब्लॉक के सैकड़ों किसानों की धान की रोपाई रुक गई है। हर साल यह समस्या खेती के समय सामने आती है, जिससे सैकड़ों एकड़ भूमि खाली पड़ी है।15 जुलाई को अधिशासी अभियंता को ज्ञापन देने के बावजूद नहर में पानी नहीं पहुंचाया गया। विभाग की निष्क्रियता किसानों के लिए भारी संकट का कारण बन रही है।
किसानों का कहना है कि सिंचाई और बिजली विभाग किसानों से सौतेला व्यवहार कर रहे हैं, जो अत्यंत निंदनीय है। 25 जुलाई को जिला मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन के बावजूद दोनों विभागों ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है, जिससे किसानों में निराशा और आक्रोश है।किसानों ने आग्रह किया है कि प्रधानमंत्री से मुलाकात के लिए समय निर्धारित किया जाए, ताकि वे अपनी समस्याएं सीधे तौर पर देश के शीर्ष नेतृत्व तक पहुंचा सकें और शीघ्र समाधान की दिशा में कदम उठाया जा सके।