वाराणसी में एंटी करप्शन टीम द्वारा घूस लेने वाले कर्मचारियों पर लगाम लगाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। वीडीए के तीन कर्मचारियों के गिरफ्तारी के बाद पहाड़िया मंडी के मंडी निरीक्षक को ₹22000 घूस लेते रंगे हाथ पकड़ा है. लाइसेंस देने के नाम पर ₹24 हजार की डिमांड की गई थी जबकि लाइसेंस की कीमत मात्र ₹250 रुपया है। एंटी करप्शन द्वारा प्रेस रिलीज में बताया गया कि शिवपुर थाना के लोढ़ान निवासी व्यक्ति अजित कुमार ओझा ने एंटी करप्शन ऑफिस पर शिकायत दर्ज कराई की रुद्र ट्रेनिंग कंपनी के नाम से लाइसेंस लेने के लिए 24 जून से अप्लाई किया गया है. लाइसेंस के लिए मंडी निरीक्षक कछँवा रोड सत्येंद्र नाथ से मिला तो उन्होंने लाइसेंस की फीस ₹250 रुपए के अतिरिक्त ₹22000 अलग से रिश्वत के लिए मांग की.
सत्येंद्र कुमार ओझा ने बताया कि बिना पैसा लिए लाइसेंस जारी न करने की बात कही, इसके लिए 20 से 25 बार फोन कर मिलने के लिए कहा था.शिकायतकर्ता सतीश कुमार ओझा द्वारा मंडी इंस्पेक्टर सत्येंद्र नाथ के बुलाने पर पहाड़िया मंडी पहुंचा. पहाड़िया मंडी के चेक पोस्ट गेट नंबर 2 के अंदर शिकायतकर्ता अजीत कुमार ओझा से सत्येंद्र नाथ द्वारा जैसे ही ₹22000 रिश्वत की मांग करते हुए अपने हाथों में लिया इस समय एंटी करप्शन टीम द्वारा उसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया. एंटी करप्शन टीम ने बताया कि आरोपी को लालपुर पांडेयपुर थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत अभियोग पंजीकृत करा कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.