वाराणसी के मिर्जामुराद क्षेत्र में 2 जुलाई को हुई MSc छात्रा अलका बिंद की हत्या मामले में पुलिस ने 27 घंटे के भीतर सनसनीखेज खुलासा करते हुए मुख्य आरोपी साहब बिंद को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को पुलिस की जवाबी कार्रवाई में पैर में गोली लगी है और उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।पुलिस के अनुसार, आरोपी साहब बिंद मृतका का बॉयफ्रेंड था और दोनों के बीच एक साल से प्रेम संबंध थे। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि अलका उस पर शादी का दबाव बना रही थी और लगातार पैसे मांग रही थी। इससे परेशान होकर उसने हत्या की योजना बनाई और सूरत से वाराणसी पहुंचा।घटना 2 जुलाई को रूपापुर स्थित होटल विधान बसेरा में हुई। साहब ने होटल में कमरा बुक कर अलका को बुलाया और ढाबे के किचन से चाकू लेकर उसकी गला रेतकर हत्या कर दी। पहचान छिपाने के लिए वह उसका मोबाइल और दस्तावेज लेकर फरार हो गया। शव को कंबल में लपेट कर कमरे में छोड़ दिया गया था।
पुलिस ने CCTV फुटेज, मोबाइल CDR, फिंगरप्रिंट और अन्य डिजिटल साक्ष्यों के आधार पर आरोपी का पता लगाया और उसे भदोही स्थित उसकी बहन के घर से घेराबंदी कर गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के दौरान आरोपी ने पुलिसकर्मी की पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की, जिसमें पुलिस ने आत्मरक्षा में गोली चलाई।घटना के विरोध में मृतका के परिजनों और ग्रामीणों ने वाराणसी-प्रयागराज राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगाया और होटल को गिराने, दोषियों की गिरफ्तारी तथा मुआवज़े की मांग की। तीन घंटे चले इस हंगामे के बाद एडिशनल सीपी शिवहरि मीणा के आश्वासन पर जाम समाप्त हुआ।मृतका के पिता ने बताया कि अलका घर से परीक्षा देने के लिए निकली थी, लेकिन कॉलेज में कोई परीक्षा नहीं थी। बाद में होटल से उसकी लाश मिलने की सूचना मिली।पुलिस ने होटल प्रबंधन की लापरवाही को भी गंभीरता से लिया है, क्योंकि बिना आईडी और रजिस्टर एंट्री के कमरा दिया गया था। मामले की वैज्ञानिक ढंग से विवेचना कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।