श्रावण मास के पावन अवसर पर दशाश्वमेध स्थित श्री देव गुरु बृहस्पति भगवान मंदिर में धार्मिक उत्सव का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर भगवान बृहस्पति का विशेष फल श्रृंगार किया गया, जिसमें 21 प्रकार के विभिन्न फलों से मंदिर को आकर्षक रूप से सजाया गया।भगवान की दिव्य झांकी ने भक्तों को आध्यात्मिक अनुभव कराया। इसके बाद 11 ब्राह्मणों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ देवगुरु का पंचामृत स्नान कराया गया। भगवान को स्वर्ण मुखौटे, चांदी के छत्र और अष्टधातु से बने श्रृंगार के साथ सपरिवार विराजमान किया गया।मंदिर परिसर को अशोक व कामिनी पत्तियों, रंग-बिरंगे कपड़ों और विद्युत झालरों से सजाया गया था। आयोजन की शुरुआत प्रातः 4 बजे मंगला आरती से हुई,
जिसका संचालन अजय गिरी ने किया, और समापन रात्रि 1 बजे शयन आरती के साथ हुआ। भोर आरती और रुद्राभिषेक का आयोजन संतोष गिरी और अभिषेक गिरी द्वारा संपन्न कराया गया। इस अवसर पर गिरी परिवार की ओर से श्रद्धालुओं के बीच भोग-प्रसाद का वितरण भी किया गया।पूरे आयोजन में पुजारी संतोष गिरी, अभिषेक गिरी और अभय गिरी की प्रमुख भूमिका रही।