वाराणसी के सोराकुआं इलाके में पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर निवासी 25 वर्षीय स्वर्ण कारीगर शुभम सामंत ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों का आरोप है कि सूद पर लिया गया सोना चुकाने के बाद भी स्थानीय स्वर्ण व्यापारी उसे लगातार प्रताड़ित कर रहा था।शुभम की मां रेखा सामंत ने कोतवाली थाने में तहरीर देकर बताया कि उनके बेटे ने करीब चार साल पहले भाई नरेंद्र के साथ मिलकर आभूषण बनाने का काम शुरू किया था।
इसके लिए उसने डेढ़ किलो सोना ब्रह्मा घाट निवासी व्यापारी संतोष सेठ से सूद पर लिया था। अब तक वह तीन किलो सोना और एक लाख रुपये लौटा चुका था, लेकिन व्यापारी और उसका परिवार लगातार अतिरिक्त पैसे और सोना मांगते हुए धमकियां दे रहा था। घटना वाली रात संतोष सेठ अपने बेटे, पत्नी, मामा और अन्य लोगों के साथ शुभम के कारखाने में पहुंचा। रात 11 बजे तक गाली-गलौज और धमकियां दी गईं। वे अलमारी से आभूषण, नकदी और डायरी लेकर चले गए। कुछ देर बाद शुभम कमरे में मृत मिला, उसके मुंह से झाग निकल रहा था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने रेखा सामंत की शिकायत पर चार नामजद समेत आठ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर संतोष सेठ, उसके बेटे अमन, पत्नी मीरा और बेटी खुशी को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू की। शुभम की शादी जून 2024 में हुई थी और उसकी पत्नी दो महीने की गर्भवती है, जो इस समय मायके मेदिनीपुर में है। घटना के बाद से परिवार सदमे में है।