बलरामपुर में 21 वर्षीय सुन-बोल नहीं पाने वाली दिव्यांग युवती से गैंगरेप के मामले ने पूरे जिले को हिला दिया है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए को मुख्य आरोपी हर्षित के पैर में गोली मारकर पकड़ा, जबकि उसका साथी अंकुर भागते समय हाईवे से करीब 20 फीट नीचे कूद गया, जिससे उसके दोनों पैरों में गंभीर चोटें आईं। दोनों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।घटना रात की है। युवती अपने ननिहाल से लौट रही थी, तभी एसपी-डीएम आवास के पास दोनों आरोपी उसे जबरन बाइक पर बैठाकर 1 किलोमीटर दूर ले गए और वारदात को अंजाम दिया। इससे पहले का 14 सेकेंड का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें युवती ऑरेंज रंग का सूट पहने भागती हुई दिख रही है और पीछे 5-6 बाइक सवार युवक, जिनमें आरोपी भी शामिल थे, उसका पीछा कर रहे हैं।पीड़िता बहादुरापुर पुलिस चौकी से मात्र 20 मीटर दूर खेत में रोते और बेहोशी की हालत में मिली। उसके कपड़े अस्त-व्यस्त थे। मेडिकल जांच में रेप की पुष्टि हुई है। पुलिस के अनुसार, आरोपी घटना से पहले एसपी आवास के पास शराब के ठेके से शराब लेकर पास के सरजूनहर पर पी रहे थे। तभी वहां से गुजर रही युवती को देख उन्होंने पहले उसे घर छोड़ने का झांसा दिया, लेकिन मना करने पर जबरदस्ती बाइक पर बैठा लिया।पीड़िता के भाई ने बताया कि घर न लौटने पर परिवार ने पुलिस के साथ उसकी तलाश शुरू की।
एसपी आवास और आसपास के घरों के सीसीटीवी में पीड़िता की भागती हुई झलक और फिर बाइक पर ले जाए जाने का दृश्य दर्ज मिला।परिजनों ने पुलिस पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि जिस इलाके में वारदात हुई, वहां डीएम, एसपी और जज जैसे बड़े अधिकारियों के आवास हैं और 24 घंटे पुलिसकर्मी तैनात रहते हैं, फिर भी किसी ने युवती को बचाने की कोशिश नहीं की। जांच में बहादुरापुर पुलिस चौकी के सीसीटीवी भी खराब पाए गए हैं।