गंगा के जलस्तर में धीरे-धीरे गिरावट तो हो रही है, लेकिन खतरे के निशान से ऊपर बहाव अब भी चिंता का विषय बना हुआ है। शहर के भीतरी इलाकों तक बाढ़ के संभावित प्रभाव को देखते हुए प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है। बुधवार को जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया और राहत कार्यों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार के साथ मेयर अशोक कुमार तिवारी, डीसीपी गौरव बसवाल, एसीपी भेलूपुर सहित कई प्रशासनिक अधिकारी मोटर बोट पर सवार होकर रविदास घाट से हरिश्चंद्र घाट और वहां से ज्ञान प्रवाह तक निरीक्षण दौरे पर निकले। इस दौरान 11वीं बटालियन की एनडीआरएफ, जल पुलिस और अन्य सुरक्षाबलों की टीम भी साथ मौजूद रही।निरीक्षण के दौरान हुकुलगंज स्थित राहत शिविर का जायजा भी लिया गया। पार्षदों और मेयर द्वारा बाढ़ से प्रभावित परिवारों की स्थिति से अवगत कराए जाने पर डीएम ने निर्देश दिया कि जो लोग अपने घरों के ऊपरी मंजिलों (दूसरे या तीसरे तल) पर रह रहे हैं, उन्हें तत्काल राहत किट और भोजन सामग्री पहुंचाई जाए।उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी सूरत में राहत और सुरक्षा में कोई कोताही नहीं होनी चाहिए। शिविरों में पुरुष और महिला सिपाहियों की तैनाती, शाम तक भोजन बनाने की व्यवस्था और सभी विस्थापितों को बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने के आदेश दिए गए।जिलाधिकारी ने सीएमओ से फोन पर बात कर प्रत्येक राहत शिविर में मेडिकल टीम तैनात करने के निर्देश दिए। साथ ही वैकल्पिक बिजली व्यवस्था के तहत जनरेटर लगाने, भोजन, दवाइयों, साफ-सफाई और महिलाओं-बच्चों की जरूरतों का विशेष ध्यान रखने के निर्देश भी संबंधित अधिकारियों को दिए।उन्होंने यह भी कहा कि राहत सामग्री और भोजन के वितरण में समयबद्धता और गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए।
किसी भी स्थिति में खाद्यान्न की गुणवत्ता या मात्रा से समझौता न किया जाए।बाढ़ के पानी के प्रभाव को नियंत्रित करने के लिए नगवां क्षेत्र में फाटक लगाने के प्रस्ताव पर भी चर्चा हुई। महापौर अशोक कुमार तिवारी ने बताया कि इस संबंध में शासन को प्रस्ताव भेजा गया है और स्वीकृति मिलते ही काम शुरू कर दिया जाएगा।इस निरीक्षण में जिलाधिकारी, मेयर, डीसीपी, एसीएम, एसीपी भेलूपुर के साथ-साथ नगवां के पार्षद प्रतिनिधि रविंद्र सिंह, भगवानपुर के पार्षद चिंटू सिंह, कंचनपुर के पार्षद विनीत सिंह समेत कई अन्य जनप्रतिनिधि और अधिकारी उपस्थित रहे।