छोटी पियरी स्थित बाबा सिद्धनाथेश्वर महादेव मंदिर में श्रावण माह के अवसर पर भव्य वार्षिक हरियाली-श्रृंगार का आयोजन धूमधाम से संपन्न हुआ। सुबह से ही मंदिर प्रांगण श्रद्धालुओं से परिपूर्ण रहा। आयोजन का मुख्य आकर्षण बाबा की आलौकिक विराम-झांकी और बच्ची माता का सूक्ष्म व रंगीन श्रृंगार था, जिसे फूल-पत्तियों, विद्युत झालरों और पारंपरिक वस्त्रों से सुसज्जित कर दर्शनीय रूप दिया गया था।कार्यक्रम की शुरुआत पवित्र रुद्राभिषेक एवं पंचामृत स्नान से हुई, जिसके बाद मंदिर सेवक पप्पू श्रीवास्तव ने विधिपूर्वक रुद्राभिषेक कर समाज के कल्याण और समृद्धि की कामना की।
बाबा को पारंपरिक तरीके से पालने में विराजमान किया गया और प्रसाद-भोग अर्पित किया गया। प्रमुख आरती में भक्ति-भजन, मंत्रोच्चार और झुमते हुए भक्तों के जयघोष से वातावरण भक्तिमय हो गया। मंदिर प्रांगण को रंग-बिरंगे फूल, कालीन, पारंपरिक झंडी और रोशनी से खूबसूरती से सजाया गया था। बच्ची माता को विशेष रूप से फूलों के हार, श्रृंगार एवं जल-विहार के साथ स्थापित किया गया। आयोजन स्थल पर सरल व्यवस्था के साथ प्रसाद वितरण, बैठने का प्रबंध और सुरक्षा की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की गई थी ताकि बड़े जमावड़े के बीच भी पूजा-कार्य सुचारू रहे।सैकड़ों श्रद्धालु, स्थानीय निवासी और दूर-दराज से आए भक्तों ने हाजिरी लगाई।
इस अवसर पर प्रार्थना और दर्शन के लिए पहुंचे मेहमानों में MLC प्रत्याशी पंकज सिंह डब्ल्यू भी मौजूद रहे और उन्होंने सामूहिक आरती में शामिल होकर आयोजन की शोभा बढ़ाई। कार्यक्रम में अन्नू श्रीवास्तव, विशाल बरनवाल, अभिषेक, रितेश, गौरव, हर्ष, विवान सहित अनेक भक्तों ने सक्रिय भागीदारी निभाई। देर रात तक नामचीन एवं स्थानीय भजन गायकों द्वारा भक्ति संध्या का आयोजन किया गया, जिनकी प्रस्तुतियों पर श्रद्धालु झूम उठे। आयोजकों ने भंडारे का भी प्रबंध किया उपस्थित श्रद्धालुओं को पूरी–सब्जी, मिष्ठान और ताज़ा प्रसाद वितरित किया गया, जिससे मातापिता और मातृभूमि के प्रति भक्ति के साथ समाजिक सौहार्द का भी अनुभव हुआ। स्थानीय महंतों और आयोजकों ने बताया कि यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है और ग्रामीण-शहरी सभी वर्गों के लिए सामुदायिक जुड़ाव तथा धार्मिक उत्साह का प्रतीक बन चुकी है।
हरियाली श्रृंगार न सिर्फ धार्मिक अनुष्ठान है, बल्कि यह स्थानीय संस्कृति, परंपरा और सामूहिक भक्ति को जीवंत रखने का एक माध्यम भी है। अंत में, आयोजकों ने उपस्थित समस्त भक्तों और सहयोगियों का आभार व्यक्त किया और कहा कि आगे भी मंदिर में इसी प्रकार से धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से समाज सेवा और धर्म प्रचार जारी रखा जाएगा।