प्रधानमंत्री के वाराणसी दौरे को लेकर शहर में तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी को दुल्हन की तरह सजाया गया है। एयरपोर्ट से लेकर जनसभा स्थल तक काशी की सांस्कृतिक विरासत को दर्शाते भव्य स्वागत द्वार लगाए गए हैं, जो अतिथियों का मन मोह लेंगे।प्रधानमंत्री के स्वागत में काशीवासी भी पूरी तैयारी में हैं। पारंपरिक अंदाज़ में ढोल-नगाड़ों, ताशों और डमरुओं की गूंज के साथ प्रधानमंत्री का स्वागत किया जाएगा। आयोजकों के अनुसार, काशी से लगभग 51 हजार कार्यकर्ताओं के शामिल होने की संभावना है।प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर जिला प्रशासन ने व्यापक तैयारियाँ की हैं। सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद बनाने के लिए रोड डायवर्जन लागू किया गया है। सुरक्षा बलों में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सीआरपीएफ, पीएसी, पुलिस कमांडो, एनएसजी कमांडो और एसपीजी ने संयुक्त रूप से सुरक्षा रिहर्सल किया।जनसभा स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था की अंतिम समीक्षा भी की गई, जिसमें तमाम अधिकारी और सुरक्षा एजेंसियाँ शामिल रहीं। ड्रोन से निगरानी, मेटल डिटेक्टर, और कड़ी चेकिंग के साथ-साथ मेडिकल इमरजेंसी टीम भी तैनात रहेगीप्रधानमंत्री का यह दौरा राजनीतिक दृष्टिकोण से बेहद अहम माना जा रहा है,
और काशी ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि अतिथि देवो भव की परंपरा यहाँ सिर्फ शब्द
नहीं, भावना है। दुल्हन बनी काशी, प्रधानमंत्री के स्वागत को तैयार 51 हजार कार्यकर्ता काशी में PMका भव्य स्वागत, सुरक्षा और सांस्कृतिक रंगों की अनूठी झल वाराणसी में प्रधानमंत्री का दौरा, सांस्कृतिक रंग और अभूतपूर्व सुरक्षा व्यवस्थाअगर आप चाहें तो इसे टीवी बुलेटिन स्क्रिप्ट या
सोशल मीडिया पोस्ट के फॉर्मेट में भी बदल सकता हूँ।