उत्तर प्रदेश में इस सीजन मानसून जमकर मेहरबान है। लगातार बारिश से नदियां और नाले उफान पर हैं। लखनऊ, जौनपुर समेत 20 शहरों में रुक-रुक कर बारिश हो रही है। बारिश के चलते वाराणसी और बिजनौर में 12वीं तक, जबकि लखनऊ और जौनपुर में 8वीं तक के स्कूल बंद कर दिए गए हैं। लगातार बारिश से लखनऊ एयरपोर्ट की छत टपकने लगी है और प्रशासन ने जगह-जगह पानी रोकने के लिए प्लास्टिक के टब रख दिए हैं।
गोंडा में घाघरा और सरयू नदियां उफान पर हैं, जिससे नवाबगंज में सड़कों पर गर्दन तक पानी भर गया है। फसलें बर्बाद हो गई हैं। कई बच्चे नाव से स्कूल जा रहे हैं, वहीं ग्रामीण जान जोखिम में डालकर काम पर जाते दिखे। फर्रुखाबाद में गंगा की बाढ़ से 40 गांव प्रभावित हैं शाहजहांपुर और शमशाबाद मार्ग पर दो फीट पानी भरा है। पीलीभीत में बाढ़ के पानी में एक मगरमच्छ ने बेटे के सामने पिता को खींच लिया, जिसकी तलाश पुलिस कर रही है। वाराणसी में गंगा का जलस्तर हर घंटे 3 सेंटीमीटर घट रहा है और यह खतरे के निशान से 4 सेंटीमीटर नीचे पहुंच गया है। मौसम विभाग ने 42 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिनमें 8 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। 1 जून से 7 अगस्त तक राज्य में 442.3 मिमी बारिश हो चुकी है, जो अनुमान से 8% अधिक है।