गरीब और अनाथ बच्चों को शिक्षा देने वाले समाजवादी छात्रसभा वाराणसी महानगर अध्यक्ष आयुष यादव पर खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा दुर्भावनापूर्ण तरीके से मुकदमा दर्ज कराने का मामला सामने आया है। आयुष यादव, जो अपनी संस्था नारायणी सेवा समिति के माध्यम से हर वर्ष 12 गरीब और अनाथ बच्चों की शिक्षा का खर्च उठाते हैं, पर यह कार्रवाई की गई।
आरोप है कि हाल के दिनों में पी.डी.ए. पाठशाला के माध्यम से बच्चों को पढ़ाने के कारण, उनके साथ छात्रसभा जिला अध्यक्ष राहुल सोनकर पर भी मुकदमा दर्ज किया गया। इस मामले में समाजवादी पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल स्नातक एमएलसी आशुतोष सिन्हा के नेतृत्व में पुलिस कमिश्नर वाराणसी से मिला। प्रतिनिधिमंडल ने इसे फर्जी और दुर्भावनापूर्ण मामला बताते हुए मुकदमे को वापस लेकर अंतिम रिपोर्ट लगाने की मांग की। साथ ही खंड शिक्षा अधिकारी पर शिक्षा के अधिकार से वंचित करने और लोकतांत्रिक मूल्यों के विरुद्ध कार्रवाई करने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ भी मुकदमा दर्ज करने की मांग की गई।इस मौके पर समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष सुजीत यादव लक्कड़ पहलवान, छात्रसभा के प्रवक्ता आलोक सौरभ, समाजसेवी निशु यादव और कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।