गंगा आरती की भव्यता में डूबे मॉरीशस के प्रधानमंत्री रामगुलाम और उनकी पत्नी

मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम और उनकी पत्नी ने  काशी की भव्य गंगा आरती का दर्शन किया। पूरे शहर में उनका स्वागत देखने के लिए भारी संख्या में लोग जुटे। रास्ते में छह स्थानों पर सांस्कृतिक मंच सजाए गए थे, जहाँ कलाकारों ने झूला, मयूर और धोबिया नृत्य जैसी पारंपरिक कलाओं का मनोहारी प्रदर्शन किया।पूर्वांचल के प्रसिद्ध लोकगीत जैसे कजरी, बिरहा और चैती की मधुर धुनें गूंज रही थीं, जिसने प्रधानमंत्री और उनकी पत्नी का मन मोह लिया। गंगा घाट पर मौजूद श्रद्धालुओं ने फूलों की बारिश करते हुए उनका स्वागत किया और उन्हें आशीर्वाद दिया।गंगा आरती के बाद प्रधानमंत्री रामगुलाम ने कहा, "वाराणसी पहुँचने पर जिस तरह का भव्य स्वागत हमें मिला, उससे मैं पूरी तरह चकित रह गया।

मझे लगता है कि किसी अन्य प्रधानमंत्री को ऐसा स्वागत शायद ही कभी मिला होगा।"स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित की। इस अवसर पर श्रद्धालु परिवार और बच्चे भी उपस्थित थे, जिन्होंने प्रधानमंत्री के स्वागत में भाग लेकर कार्यक्रम को और भी विशेष बना दिया।सांस्कृतिक कार्यक्रमों और लोकगीतों की मधुर धुनों ने वाराणसी की प्राचीन परंपराओं और सांस्कृतिक वैभव को पूरी तरह उजागर किया। इस दौरान मॉरीशस के प्रधानमंत्री ने घाट पर बैठकर श्रद्धालुओं के साथ संवाद किया और स्थानीय संस्कृति के महत्व को सराहा।प्रधानमंत्री रामगुलाम ने वाराणसी की यात्रा के दौरान कहा कि उन्हें गंगा घाट की दिव्यता और यहाँ की सांस्कृतिक धरोहर देखकर अत्यंत खुशी और गर्व हुआ। उनका यह अनुभव उनके लिए यादगार रहेगा।

Post a Comment

Previous Post Next Post