उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग में भ्रष्टाचार पर बड़ी कार्रवाई हुई।ओवरलोड ट्रकों को थाना क्षेत्र से निकालने के लिए रिश्वत लेने वाले पुलिस अफसरों और सिपाहियों पर DGP ने सख्त कदम उठाया।भास्कर इन्वेस्टिगेशन रिपोर्ट पब्लिश होने के महज 4 घंटे बाद DGP ने कौशांबी, चित्रकूट और बांदा जिलों के 5 थानों के कुल 11 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया। इनमें 1 इंस्पेक्टर, 1 महिला सब-इंस्पेक्टर, 4 सब-इंस्पेक्टर और 5 सिपाही शामिल हैं।रिपोर्ट में हिडन कैमरे के जरिए पुलिसकर्मियों को ट्रकों से रुपए लेते हुए दिखाया गया।वीडियो सामने आने के बाद विभाग में हड़कंप मच गया।इस मामले पर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने भी प्रतिक्रिया दी।
उन्होंने भास्कर इन्वेस्टिगेशन का वीडियो अपने X (पूर्व ट्विटर) अकाउंट पर शेयर करते हुए लिखा — “भाजपा सरकार में हर विभाग में भ्रष्टाचार का जो पहाड़ खड़ा हो रहा है, उसका मूल कारण वसूली करने वाले नहीं बल्कि वो ‘मुख्य सत्ताधारी’ लोग हैं जो वसूली करवा रहे हैं। इनके बीच की आपसी लड़ाई और पद की लालसा ही असली वजह है।

