छठ महापर्व की शुरुआत होने में अभी तीन दिन बाकी और प्रशासन के साथ ही स्थानीय नेतृत्व वार्ड नंबर 23 में तैयारियों में जुट गया। इस कड़ी में सभासद राम सिंह उर्फ कल्लू पहलवान और भोजपुरी समाज के अध्यक्ष सोमनाथ ओझा ने राम सिंह के निवास स्थान पर बैठक की और मालिया घाट का निरीक्षण किया।बैठक में गंगा के जलस्तर का जायजा लिया गया। सोमनाथ ओझा ने बताया कि इस बार गंगा का जलस्तर कई बार बढ़ा और घटा,लेकिन अभी भी जलस्तर ऊँचा है। उन्होंने प्रशासन से यह मांग की कि महिलाओं के लिए सूर्य को अर्घ्य देने के स्थान पर बालू के बोरे रखे जाएं, ताकि पानी घटने पर मिट्टी के दबाव से व्रतियों को कोई समस्या न हो।वार्ड 23 के सभासद राम सिंह कल्लू ने बताया कि छठ पूजा 25 अक्टूबर से चार दिवसीय कार्यक्रम के साथ शुरू होगी।
25 अक्टूबर को नहाय-खाय, 26 अक्टूबर को खरना, 27 अक्टूबर को डूबते सूर्य को अर्घ्य और 28 अक्टूबर को उगते सूर्य को अर्घ्य देकर पूजा का समापन होगा।सुरक्षा और बचाव को लेकर प्रशासन ने भी पुख्ता तैयारी की। छठ पूजा के दौरान लाखों व्रतियों के बीच 11 एनडीआरएफ बटालियन की टीमें गंगा घाटों, सरोवरों और कुंडों पर तैनात रहेंगी। ये टीमें सुरक्षा उपकरण, वॉटर एम्बुलेंस, गोताखोर और अन्य बचाव साधनों से लैस होंगी, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत सहायता प्रदान की जा सके।

