पवित्र हरिश्चंद्र घाट पर इन दिनों स्वच्छता व्यवस्था की पोल खुल गई। घाट के किनारे से सीवर का गंदा पानी सीधे गंगा नदी में बह रहा है, जिससे अंतिम संस्कार करने आए लोगों और पर्यटकों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। श्रद्धालु बाबा मसान नाथ मंदिर में पूजा करने के लिए इसी गंदे पानी से होकर गुजरने को मजबूर हैं।स्थानीय लोगों और नगर निगम के कर्मचारियों ने इस समस्या की शिकायत कई बार अधिकारियों से की, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।स्थानीय निवासी अभय सिंह ने बताया, “हम अपने परिवार के साथ हरिश्चंद्र घाट आए थे, लेकिन यहां गंदे पानी की बदबू और बहाव के कारण खड़ा होना भी मुश्किल है।
प्रशासन को इस समस्या का तुरंत समाधान करना चाहिए।”लोगों का कहना है कि यह घाट वाराणसी के सबसे पुराने और धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण स्थलों में से एक है, जहां देशभर से लोग अंतिम संस्कार और पूजन के लिए आते हैं। ऐसे में गंगा में सीवर का पानी बहना न केवल श्रद्धालुओं के लिए असुविधाजनक है, बल्कि धार्मिक भावना और पर्यावरण दोनों के लिए चिंताजनक है।स्थानीय नागरिकों ने नगर निगम और प्रशासन से मांग की है कि सीवर लाइन की मरम्मत और जल निकासी की व्यवस्था तुरंत बहाल की जाए, ताकि गंगा की पवित्रता बनी रहे और श्रद्धालुओं को राहत मिल सके।

