असि स्थित रामेश्वर मठ में पत्रकारों से बातचीत करते हुए काशी धर्म पीठाधीश्वर स्वामी नारायणानंद तीर्थ महाराज ने धर्म, भक्ति और कार्तिक मास के महत्व पर अपने विचार साझा किए।स्वामी नारायणानंद तीर्थ ने कहा कि कार्तिक मास भगवान विष्णु का प्रिय मास माना जाता है, लेकिन यदि इस मास में काशी में रहकर भगवान विष्णु की पूजा-आराधना और गंगा स्नान किया जाए तो इसका फल कई गुना बढ़ जाता है। उनका कहना था कि भगवान शिव के आराध्य भगवान राम हैं, इसलिए जो भक्त काशी में रहकर भगवान विष्णु की भक्ति करते हैं, उन्हें भगवान शंकर की विशेष कृपा प्राप्त होती है। इससे भक्तों को हर प्रकार का सुख और दुखों से मुक्ति मिलती है।
इसके साथ ही स्वामी नारायणानंद तीर्थ ने सभी से यह भी कहा कि धर्म का असली संदेश प्रेम करना है, नफरत नहीं, और हर व्यक्ति को अपने धर्म के अनुसार भगवान की भक्ति करने का स्वतंत्र अधिकार है।स्वामी नारायणानंद तीर्थ महाराज का यह संदेश भक्ति और धर्म के मार्ग पर चलने वाले सभी लोगों के लिए प्रेरणादायक है।