मुरारी लाल मेहता प्रेक्षागृह में कथकाश्रय आचार्य पं. सुखदेव महाराज सांस्कृतिक न्यास द्वारा आयोजित द्विदिवसीय कथक नृत्य संध्या “स्मरण” के द्वितीय चरण का भव्य शुभारंभ हुआ। उद्घाटन महंत विवेक दास, डॉ. जे.के. समरिया तथा दीनानाथ झुनझुनवाला ने दीप प्रज्वलित कर किया।कार्यक्रम बनारस घराने की महान कथक विभूतियों—पं. गोपीकृष्ण, पं. दुर्गाप्रसाद मिश्र, पं. किशन प्रसाद मिश्र सहित अन्य नृत्याचार्यों—की स्मृति को समर्पित था।इस अवसर पर “नटराज पं. मोहनकृष्ण सम्मान” से पं. पीयूष चौहान और प्रीति शर्मा को सम्मानित किया गया।प्रथम प्रस्तुति में न्यास से प्रशिक्षित बाल एवं तरुण कलाकारों ने “कथक प्रवाह” नृत्यरूपक प्रस्तुत किया, जिसमें नटराज पं. गोपीकृष्ण और पद्मश्री विदुषी सितारा देवी के भारतीय सिनेमा जगत में दिए योगदान को मंचित किया गया।
गीत “मोहे पनघट पर” और “गोरी तोरी पैजनिया” पर प्रस्तुत नृत्य ने दर्शकों को भावविभोर कर दिया।इसके बाद जयपुर घराने के प्रसिद्ध कलाकार दंपति पं. पीयूष चौहान एवं श्रीमती प्रीति शर्मा ने अपने युगल कथक नृत्य से सभागार को मंत्रमुग्ध कर दिया। तबला संगति उदय शंकर मिश्र और पखावज पर आशीष गंगानी ने दी।दोनों कलाकारों ने तीनताल में निबद्ध पारंपरिक नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों की खूब प्रशंसा प्राप्त की।कार्यक्रम के अंत में पद्मश्री डॉ. राजेश्वर आचार्य ने कलाकारों को अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया।पूरे आयोजन का संयोजन श्रीमती विमला मिश्रा, सहसंयोजन पं. श्याम कुमार मिश्र और पं. रवि किशन मिश्र का रहा, जबकि संचालन डॉ. प्रीतेश आचार्य ने किया।

