जिलाधिकारी कार्यालय पोर्टिको के पास आज अधिवक्ता डॉ. राहुल राज और उनके साथियों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से उन्होंने बताया कि एफटीसी फर्स्ट कोर्ट में एक जमानत याचिका दायर की गई थी, जिसमें शासकीय अधिवक्ता मनोज गुप्ता द्वारा कथित रूप से धनराशि की मांग की गई थी।डॉ. राहुल राज के अनुसार, जब उन्होंने इस मामले पर मनोज गुप्ता से बात की तो उन्होंने न केवल अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया बल्कि उनके साथ मारपीट भी की। इसके बाद, सेंट्रल बार एसोसिएशन के महामंत्री राजेश गुप्ता, जो मनोज गुप्ता के रिश्तेदार बताए जाते हैं, ने पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाते हुए एक आम सभा बुलाई।
राहुल राज का आरोप है कि यह सभा साजिशन केवल एक पक्ष विशेष के अधिवक्ताओं को बुलाकर की गई और बिना उनका पक्ष सुने ही तीन वर्ष के लिए सेंट्रल बार एसोसिएशन से निष्कासित कर दिया गया।इस एकतरफा कार्यवाही के विरोध में राहुल राज एवं उनके साथी अधिवक्ता कचहरी परिसर में धरने पर बैठे हैं। उनका कहना है कि जब तक इस मामले की निष्पक्ष जांच नहीं होती और निष्कासन वापस नहीं लिया जाता, तब तक धरना जारी रहेगा।अधिवक्ताओं ने जिलाधिकारी से हस्तक्षेप कर न्यायसंगत कार्रवाई की मांग की है।

