बीएचयू के मालवीय मूल्य अनुशीलन केंद्र में आयोजित काशी संवाद कार्यक्रम में देश के प्रशासन, शिक्षा सुधार और पर्यावरण लक्ष्यों पर व्यापक चर्चा हुई।पूर्व मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने कहा कि बीते कुछ वर्षों में काशी ने अभूतपूर्व बदलाव देखा है। उन्होंने याद किया कि पहले वे पत्नी मालिनी के साथ बनारस की गलियों में सहजता से घूमते थे, जबकि आज शहर पूरी तरह बदली हुई सुविधाओं और संरचनाओं के साथ आगे बढ़ चुका है।उन्होंने बताया कि काशी विश्वनाथ कॉरिडोर जैसे बड़े प्रोजेक्ट इस परिवर्तन की रीढ़ बने और योगी सरकार के दौरान वे इस बदलाव का प्रत्यक्ष हिस्सा रहे।
अवस्थी ने कहा कि 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य में सबसे अहम भूमिका शिक्षा की गुणवत्ता की है।ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा की देर पर चिंता जताई।बल वाटिका की शुरुआत को इस अंतर को कम करने वाला कदम बताया।युवाओं को मोबाइल और सोशल मीडिया की अति से बचने की सलाह दी बायोगैस उत्पादन में यूपी देश में पहले स्थान पर है।पीएम सोलर मिशन में चौथे नंबर पर।ग्रीन हाइड्रोजन, वेस्ट मैनेजमेंट और क्रॉप रेजिड्यू मैनेजमेंट में आईआईटी बीएचयू व आईआईटी कानपुर महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि आज भी देश का बड़ा हिस्सा बुनियादी चुनौतियों से जूझ रहा है, इसलिए विकसित भारत का सपना तभी पूरा होगा जब वंचित वर्ग और महिलाओं को प्राथमिकता मिले।सरकारी योजनाओं का सबसे बड़ा लाभ महिलाओं को मिला है।मातृत्व मृत्यु दर में उल्लेखनीय कमी दर्ज की गई है।भारत पर्यावरण संरक्षण को लेकर दुनिया में सबसे जिम्मेदार देशों में है।

