राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष के अवसर पर देशभर में विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में चौखम्बा बस्ती के सकल हिंदू समाज द्वारा चौखम्बा स्थित गोपाल मंदिर परिसर में भव्य हिंदू सम्मेलन का आयोजन किया गया।सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए गोपाल मंदिर के षष्ठ पीठाधिश्वर श्याम मनोहर महाराज जी ने कहा कि आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है कि समाज स्वयं को हिंदू होने पर गौरवान्वित महसूस करे। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों ने सुनियोजित रूप से भारतीय संस्कृति और शिक्षा प्रणाली को कमजोर किया। मैकाले की शिक्षा नीति का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि गुरु-शिष्य परंपरा को समाप्त कर पाश्चात्य शिक्षा प्रणाली थोपी गई।
उन्होंने कहा कि बच्चों को आधुनिक शिक्षा अवश्य दिलाएं, लेकिन घर को अंग्रेजी स्कूल न बनाएं। बच्चों में संस्कार देने में मातृशक्ति की भूमिका सर्वाधिक महत्वपूर्ण है, क्योंकि माता ही बच्चे की प्रथम गुरु होती है। उन्होंने कहा कि हिंदू समाज को समन्वित और संगठित करने वाली शक्ति ही हिंदू समग्र है, हम सभी एक हैं, कोई छोटा-बड़ा नहीं।सम्मेलन के मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के काशी प्रांत कुटुंब प्रबोधन प्रमुख शुकदेव त्रिपाठी ने सेवा कार्यों और सामाजिक समरसता पर विशेष बल दिया। उन्होंने संघ की स्थापना से लेकर वर्तमान तक के विचार और कार्यप्रणाली पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज पूरा विश्व भारत को मार्गदर्शक के रूप में देख रहा है।उन्होंने कहा कि समस्याओं पर चर्चा में समय गंवाने के बजाय उनके समाधान पर ध्यान देना चाहिए। सामाजिक समरसता, सांस्कृतिक मूल्यों की रक्षा और राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भागीदारी से ही सशक्त भारत का निर्माण संभव है। उन्होंने युवाओं से सेवा, संस्कार और संगठन के मार्ग पर चलने का आह्वान किया।
सम्मेलन को रुचिदा बजाज, सुदामा जी एवं दिनेश जोशी जी ने भी संबोधित किया।बच्चों की प्रस्तुतियों ने मोहा मन सम्मेलन में नन्हे-मुन्ने बच्चों ने हनुमान, झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह एवं स्वामी विवेकानंद की वेशभूषा में प्रेरक प्रस्तुतियां दीं, जिन्हें उपस्थित जनसमूह ने खूब सराहा। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन एवं भारत माता के चित्र पर पुष्पार्चन से हुई। समापन वंदे मातरम् गान के साथ हुआ। कार्यक्रम का संचालन श्रीनिवास देव ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन सुनील गुजराती ने दिया। कार्यक्रम में जयंतीलाल शाह, साधना वेदांती, संतोष सोलापुरकर, रुबल गुजराती, सुनील गेठे, पार्षद कनकलता मिश्रा, संजय विशम्भरी, नलिन नयन मिश्र, मुरली जी, डॉ. धर्मेंद्र नाथ पाण्डेय सहित सैकड़ों की संख्या में महिला-पुरुष उपस्थित रहे।

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