प्रतिवर्ष 25 दिसंबर को आयोजित होने वाला बाबा कालभैरव का अन्नकूट श्रृंगार इस वर्ष भी भव्य एवं श्रद्धामय वातावरण में संपन्न हुआ। इस अवसर पर संपूर्ण मंदिर परिसर को आकर्षक फूल-पत्तियों एवं विद्युत झालरों से भव्य रूप से सजाया गया, जिससे मंदिर की छटा देखते ही बन रही थी।
बाबा कालभैरव की एक झलक पाने के लिए हजारों श्रद्धालु भोर से ही “जय जय कालभैरव” के जयकारों के साथ मंदिर परिसर में पहुंचने लगे। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रशासन एवं पुलिस बल द्वारा सुदृढ़ व्यवस्था की गई, जिससे भक्तों को शांतिपूर्ण ढंग से दर्शन-पूजन कराया गया|
मंदिर के महंत ने अन्नकूट श्रृंगार एवं इस विशेष दर्शन-पूजन के धार्मिक महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि इस दिन बाबा के दर्शन से भक्तों को विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है।दूर-दराज से पहुंचे श्रद्धालुओं ने बाबा कालभैरव का आशीर्वाद लेकर अपने परिवार की सुख-समृद्धि एवं कल्याण की कामना की। पूरे दिन मंदिर परिसर भक्तिरस में डूबा रहा।

.jpeg)
