दिवंगत अभिनेता धर्मेंद्र की आखिरी फिल्म ‘इक्कीस’ 1 जनवरी 2026 को सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है। यह फिल्म देओल परिवार के लिए बेहद भावनात्मक और खास मानी जा रही है। रिलीज से पहले 29 दिसंबर को मुंबई के अंधेरी स्थित पीवीआर आईकॉन में फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग आयोजित की जाएगी, जिसकी मेजबानी धर्मेंद्र के बेटे सनी देओल और बॉबी देओल करेंगे।इस खास मौके पर फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े कई सितारों के साथ-साथ मीडिया प्रतिनिधि भी मौजूद रहेंगे। सनी और बॉबी देओल इस स्क्रीनिंग के जरिए अपने पिता को भावभीनी श्रद्धांजलि देंगे।
फिल्म के निर्देशक श्रीराम राघवन ने हाल ही में न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में धर्मेंद्र को लेकर अपनी यादें साझा की थीं। उन्होंने बताया कि अक्टूबर में उनकी धर्मेंद्र से मुलाकात हुई थी। उस समय उनकी तबीयत ठीक थी, हालांकि पूरी तरह स्वस्थ नहीं थीं। धर्मेंद्र ने फिल्म का पहला हिस्सा देख लिया था और दूसरे भाग को देखने के इच्छुक थे। निर्देशक ने कहा कि वे चाहते थे कि धर्मेंद्र पूरी फिल्म देखें, लेकिन दुर्भाग्यवश ऐसा संभव नहीं हो सका।‘इक्कीस’ एक वॉर बायोपिक फिल्म है, जो सेकंड लेफ्टिनेंट अरुण खेत्रपाल के जीवन पर आधारित है। अरुण खेत्रपाल भारत के सबसे युवा परमवीर चक्र विजेता थे, जिन्होंने 1971 के भारत-पाक युद्ध में अद्वितीय साहस और वीरता का परिचय दिया था।
फिल्म में अमिताभ बच्चन के नाती अगस्त्य नंदा अरुण खेत्रपाल की भूमिका निभा रहे हैं, जबकि धर्मेंद्र उनके पिता के किरदार में नजर आए हैं। फिल्म का निर्देशन श्रीराम राघवन ने किया है और इसका निर्माण दिनेश विजन की मैडॉक फिल्म्स के बैनर तले हुआ है।इस फिल्म को और भी खास बनाता है धर्मेंद्र द्वारा लिखी और स्वरबद्ध की गई कविता “अज भी जी करदा ऐ, पिंड अपने नू जानवा”। इस कविता में उन्होंने अपने गांव के प्रति प्रेम, यादों और वहां लौटने की गहरी इच्छा को शब्दों में पिरोया है। कविता के माध्यम से धर्मेंद्र की भावनाएं फिल्म में एक आत्मीय स्पर्श जोड़ती हैं।‘इक्कीस’ न सिर्फ एक वीर योद्धा की कहानी है, बल्कि यह धर्मेंद्र की सिनेमा यात्रा का भावनात्मक अंतिम अध्याय भी मानी जा रही है।

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