वाराणसी में अधिवक्ता राजा आनंद ज्योति सिंह की संदिग्ध मौत का मामला गंभीर मोड़ ले चुका है। मृतक के परिजनों ने दावा किया है कि उनकी मौत के तार अवैध नशीले कफ सिरप नेटवर्क से जुड़े हुए हैं और आरोप लगाया कि राजा आनंद को नशीला पदार्थ देकर मौत के घाट उतारा गया। परिजन पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल से मिले और आरोपियों शुभम जायसवाल तथा अमित सिंह टाटा पर हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की।
इस पर कमिश्नर ने आश्वासन दिया कि मामले की गहन जांच की जा रही है, SIT जांच तेज कर चुकी है और स्थानीय पुलिस भी पूरी सख्ती के साथ कार्यवाही कर रही है। उन्होंने कहा कि दोषियों की संपत्ति तक कुर्क की जाएगी, अवैध कफ सिरप मामले में शामिल फर्मों को नोटिस देकर स्पष्टीकरण मांगा गया है, और संतोषजनक जवाब न मिलने पर कठोर विधिक कार्रवाई की जाएगी, साथ ही सजा की अवधि बढ़ाने की भी प्रक्रिया चल रही है। कमिश्नर ने स्पष्ट कहा कि अपराधी यदि विदेश में भी छिपे हों, तो उनका प्रत्यार्पण कराकर कार्रवाई की जाएगी। मृतक की पत्नी भारती सिंह, पिता उमेश प्रताप सिंह, माता और अधिवक्ता वरुण प्रताप सिंह ने कहा कि राजा आनंद को लगातार धमकियां मिल रही थीं, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हुई, और अब उनकी मौत के पीछे बड़ा माफिया नेटवर्क उजागर हो रहा है।

