विश्व एड्स दिवस 2025 पर आईएमएस, बीएचयू स्थित उत्तर प्रदेश के प्रथम एआरटी सेंटर ने अपनी सेवाओं के 20 वर्ष सफलतापूर्वक पूर्ण किए। इस अवसर पर एसएस हॉस्पिटल के ओपीडी प्रांगण में जागरूकता शिविर और बच्चों द्वारा रंगारंग कार्यक्रम आयोजित हुआ।कार्यक्रम का शुभारंभ प्रो. सम्पा अन्नपूर्णा, प्रो. गोपाल नाथ, प्रो. के.के. गुप्ता और प्रो. एल.जी. मीणा ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस वर्ष का थीम रहा— “बाधाओं को दूर करना, एड्स प्रतिक्रिया में बदलाव लाना”।
एआरटी सेंटर की नोडल ऑफिसर प्रो. जया चक्रवर्ती ने बताया कि पिछले 20 वर्षों में 28,000 एचआईवी संक्रमित व्यक्तियों का पंजीकरण हुआ, जिनमें से 4,500 मरीज नियमित दवा ले रहे हैं। 800 नए मरीज पिछले वर्ष पंजीकृत हुए। साथ ही पूर्वांचल, बिहार और झारखंड के 500 से अधिक गंभीर मरीजों का इलाज बीएचयू में हुआ।एआरटी सेंटर में ब्लड प्रेशर, मधुमेह, सर्वाइकल कैंसर, हेपेटाइटिस-B/C और टीबी जैसी सह-बीमारियों की एक ही स्थान पर जांच-इलाज की सुविधा उपलब्ध है।10 वर्ष से अधिक समय से दवा ले रहे मरीजों और बच्चों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, दिशा वाराणसी, नेटवर्क ऑफ पॉजिटिव पीपुल सहित कई संस्थाओं के प्रतिनिधि मौजूद रहे।अंत में डॉ. मनस्वी चौबे ने सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।

