जी.डी. गोयनका स्कूल, वाराणसी का वार्षिकोत्सव स्पेक्ट्रम 4.0 अद्भुत सांस्कृतिक आभा और रचनात्मक ऊर्जा के बीच धूमधाम से आयोजित हुआ। पूरा परिसर भारतीय संस्कृति की विविधता, कला और रंगों से सराबोर दिखा। नृत्य, नाटक और संगीत की एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।कार्यक्रम का शुभारंभ विरासत की गूंज प्रस्तुति से हुआ, जिसमें भारत की प्राचीन संस्कृति और परंपराओं को सजीव रूप में मंचित किया गया। फैब्रिक्स ऑफ इंडियन कल्चर के माध्यम से विभिन्न राज्यों की वेशभूषाओं और लोक-संस्कृतियों ने दर्शकों को भारत की सांस्कृतिक विविधता का सुंदर अनुभव कराया। द योगिक रिद्म ने योग की शारीरिक एवं मानसिक संतुलनकारी शक्ति को कलात्मक रूप में प्रस्तुत किया।
मंच का मुख्य आकर्षण रहा समृद्ध भारत, जिसमें भारत की ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक यात्रा को प्राचीन से आधुनिक काल तक अत्यंत प्रभावशाली ढंग से दर्शाया गया। पारंपरिक, लोक एवं आधुनिक नृत्य शैलियों के समन्वय ने सभागार में बैठे दर्शकों को भारत की प्रगतिशील, समृद्ध और सांस्कृतिक रूप से संपन्न छवि से रूबरू कराया।मुख्य अतिथि, ऑल इंडिया रेडियो की पूर्व सहायक निदेशक एवं राष्ट्रीय नारी शक्ति पुरस्कार 2022 से सम्मानित डॉ. नीरजा माधव ने बच्चों की प्रस्तुतियों की प्रशंसा की। डॉ. माधव ने कहा, “हमारा देश केवल लक्ष्मी धन की पूजा नहीं करता, धन्वंतरि की भी पूजा करता है। प्राकृतिक संसाधन भी हमारे लिए धन हैं। ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः’ का भाव यहाँ स्पष्ट दिखाई देता है, और जी.डी. गोयनका स्कूल इस सोच को सशक्त बनाने का कार्य कर रहा है।”विशिष्ट अतिथि शशिकांत श्रीवास्तव, एबीएसए, ने विद्यार्थियों की प्रतिभा की सराहना करते हुए उन्हें निरंतर उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित किया।विद्यालय के चेयरमैन दिनेश गुप्ता ने कहा कि स्पेक्ट्रम 4.0 विद्यालय के उस दृष्टिकोण का प्रतीक है, जो आत्मविश्वासी, रचनात्मक और सांस्कृतिक रूप से जागरूक नागरिक तैयार करने के लिए प्रतिबद्ध है। कार्यक्रम में शैक्षणिक, खेल एवं सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले छात्रों को सम्मानित किया गया। दीर्घकाल से सेवा दे रहे शिक्षक एवं विद्यार्थी भी सम्मानित किए गए। अभिभावकों एवं गणमान्य अतिथियों की भारी उपस्थिति ने समारोह को और भी यादगार बना दिया।

