केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सिंधु जल संधि को लेकर एक महत्वपूर्ण उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में भारत के जल संसाधनों के अधिकतम और प्रभावी उपयोग पर विस्तृत चर्चा की गई। सूत्रों के अनुसार, बैठक का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना रहा कि भारत को संधि के तहत प्राप्त अधिकारों का पूर्ण उपयोग किया जाए।
बैठक में संबंधित मंत्रालयों और विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। चर्चा के दौरान भारत की जल परियोजनाओं, भंडारण क्षमता और सिंचाई व बिजली उत्पादन के लिए पानी के बेहतर प्रबंधन पर फोकस किया गया। साथ ही यह भी विचार किया गया कि भारत अपने हिस्से के पानी का अधिकतम इस्तेमाल कैसे कर सकता है।
सूत्रों का कहना है कि सरकार की प्राथमिकता राष्ट्रीय हितों को ध्यान में रखते हुए जल संसाधनों का समुचित उपयोग करना है, ताकि किसी भी स्थिति में भारत के अधिकारों से समझौता न हो। बैठक में भविष्य की रणनीति और तकनीकी पहलुओं पर भी मंथन किया गया।गौरतलब है कि सिंधु जल संधि भारत और पाकिस्तान के बीच जल बंटवारे से जुड़ा एक अहम समझौता है, जिसे लेकर समय-समय पर राजनीतिक और कूटनीतिक स्तर पर चर्चा होती रही है।

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