बांग्लादेश में एक हिंदू युवक को जिंदा जलाए जाने की कथित घटना को लेकर संत समाज में गहरा आक्रोश देखने को मिल रहा है। इसी क्रम में वाराणसी के यूपी कॉलेज में आयोजित हिंदू सम्मेलन के दौरान जगद्गुरु शंकराचार्य एवं सुमेरु पीठ के पीठाधीश्वर नरेन्द्रानंद सरस्वती ने तीखे बयान दिए।सम्मेलन को संबोधित करते हुए नरेन्द्रानंद सरस्वती ने कहा कि अब समय आ गया है कि बांग्लादेश को दो भागों में विभाजित किया जाए।
उन्होंने कहा कि हिंदुओं का अलग और मुसलमानों का अलग देश बनाया जाना चाहिए। उनका कहना था कि जहां-जहां हिंदू संगठित नहीं रहे, वहां उनका हिस्सा अलग देश बन गया, इसलिए हिंदुओं को संगठित और एकजुट होकर परिस्थितियों का सामना करना होगा।उन्होंने भारत सरकार और विदेश मंत्रालय से इस पूरे मामले पर गंभीरता से संज्ञान लेने की मांग करते हुए कहा कि बांग्लादेश में रह रहे हिंदुओं की सुरक्षा के लिए ठोस पहल की जानी चाहिए।
नरेन्द्रानंद सरस्वती ने बांग्लादेश के मौजूदा शासक को पद से तत्काल हटाने की भी मांग की।अपने संबोधन में उन्होंने यह भी कहा कि बांग्लादेश के हिंदुओं को आत्मरक्षा के प्रति जागरूक होना चाहिए। साथ ही उन्होंने दावा किया कि इस मुद्दे का प्रभाव आने वाले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों में भी देखने को मिल सकता है।हिंदू सम्मेलन के दौरान मौजूद संतों और कार्यकर्ताओं ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रही कथित घटनाओं को लेकर चिंता व्यक्त की और भारत सरकार से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हस्तक्षेप की मांग की।

.jpeg)
