बदायूं में जंगली सूअर के हमले से हड़कंप मच गया। उझानी कोतवाली क्षेत्र के सिरसौली गांव में जंगली सूअर ने वन विभाग की रेस्क्यू टीम पर हमला कर दिया। इस दौरान सूअर ने वन दरोगा को मुंह से जकड़ लिया। करीब 50 लाठियां मारने के बाद कहीं जाकर सूअर ने दरोगा को छोड़ा। हमले में वन दरोगा गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए बरेली रेफर किया गया है।जानकारी के अनुसार, सिरसौली गांव के ग्रामीण पिछले कुछ दिनों से गांव के आसपास जंगली सूअर घूमने की शिकायत कर रहे थे। ग्रामीणों का कहना था कि सूअर बेहद आक्रामक है और दिखाई भी कम देता है, आहट मिलते ही हमला कर देता है। शिकायत पर गुरुवार दोपहर वन दरोगा शिवम प्रताप सिंह अपनी टीम के साथ सूअर को पकड़ने के लिए गांव पहुंचे।
ग्रामीणों ने बताया कि जंगली सूअर एक छोटी नहर में छिपा हुआ है। इसके बाद वन विभाग की टीम ने जाल बिछाकर सूअर की घेराबंदी शुरू की। नहर में पानी नहीं होने के कारण वन दरोगा खुद नहर में उतर गए। इसी दौरान झाड़ियों में छिपा सूअर अचानक बाहर निकला और वनकर्मियों पर हमला कर दिया।सूअर को देखकर वनकर्मी जान बचाकर भागने लगे। इसी दौरान भागने की कोशिश में वन दरोगा शिवम प्रताप सिंह गिर पड़े। मौका मिलते ही जंगली सूअर ने उन पर हमला कर दिया और कमर के पास मुंह से जकड़ लिया। दरोगा ने खुद को छुड़ाने की काफी कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हो पाए।
दरोगा की चीख-पुकार सुनकर साथी वनकर्मी और आसपास मौजूद ग्रामीण मौके पर पहुंचे। उन्होंने करीब 2 से 3 मिनट तक सूअर पर लगातार लाठियां बरसाईं। लगभग 50 लाठियां लगने के बाद सूअर ने दरोगा को छोड़ा, लेकिन इसके बाद वह लाठियां मारने वाले वनकर्मियों की ओर दौड़ पड़ा। स्थिति बिगड़ती देख सभी ने भागकर किसी तरह अपनी जान बचाई।हमले में वन दरोगा को प्राइवेट पार्ट समेत शरीर के सात स्थानों पर गहरी चोटें आई हैं। उन्हें गंभीर हालत में पहले स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां से डॉक्टरों ने उन्हें बरेली रेफर कर दिया।घटना के बाद गांव में दहशत का माहौल है। वन विभाग की टीम दोबारा सूअर को पकड़ने की तैयारी में जुट गई है, ताकि ग्रामीणों को इस खतरे से राहत दिलाई जा सके।

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