काशी हिंदू विश्वविद्यालय भू भौतिकी विभाग के मौसम वैज्ञानिक प्रोफेसर मनोज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि जिस तरह का माहौल चल रहा है तो बारिश की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। बारिश का माहौल है कभी भी बरसात हो सकती है। जिस तरह से घनघोर पानी की बात की जा रही है।
उसमें कुछ संशय हो सकता है। अभी तो बारिश की संभावना कम है। उसके बाद ज्यादा 15 और 16 को ज्यादा बारिश की संभावना हो सकती है। पहाड़ी क्षेत्रों की दिल्ली की पश्चिम उत्तर प्रदेश की जो बारिश है वह धीरे-धीरे करके बहुत बारिश हुई है अब धीरे-धीरे ये गंगा और यमुना के रास्ते अपने क्षेत्र में भी आएगा पूर्वी उत्तर प्रदेश में तो बाढ़ की थोड़ी संभावनाएं हो सकती है दो तो लोगो को केयरफुल होना चाहिए जो गंगा क्षेत्रों के नजदीक है हो सके तो एक वैकल्पिक उपाय अपना लेना चाहिए।
अस्सी घाट के तीर्थ पुरोहित बलराम मिश्रा ने कहा कि दिल्ली और पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश जो हुई है उससे गंगा का जलस्तर धीरे-धीरे बढ़ने लगा है, और यह आगामी दिनों में तेजी के साथ बढ़ने की भी संभावनाएं लग रही है।