शारदीय नवरात्रि प्रारंभ होते ही देवाधीदेव महादेव की नगरी में सभी श्रद्धालु मां भगवती की आराधना में लीन नजर आये। भक्तों ने हर्षोल्लास के साथ माता भगवती का पूजन अर्चन कर सुख समृद्धि की कामना की। दर्शन पूजन के क्रम में शहर के सभी देवी मंदिरों में भक्तों ने पहुंचकर माथा टेका इसी कड़ी में दुर्गाकुंड स्थित प्रसिद्ध माता कुष्मांडा के दरबार में भोर से ही श्रद्धालुओं का रेला उमड़ पड़ा।
मंदिर के आसपास मेले जैसा माहौल रहा पूरे क्षेत्र में नारियल चुनरी माला फूल इत्यादि की दुकानें सजी रही। वही भोर से ही माता के दर्शन पूजन का क्रम प्रारंभ हुआ जो की देर रात्रि तक चलता रहा भक्तों ने मां को प्रिय गुड़हल की माला चुनरी नारियल फल फूल मिष्ठान इत्यादि अर्पित कर विधिवत माता का पूजन अर्चन किया
इस मौके पर पूरे मंदिर प्रांगण की आकर्षक सजावट की गई थी विभिन्न फूल पत्तियों विद्युत झालरों से माता का दरबार जगमग रहा काफी संख्या में भक्तों ने माता की नयनाभिराम झांकी का दर्शन पूजन किया। आपको बता दे की माता कुष्मांडा के दरबार में नौ दिनों तक भक्तों की भारी भीड़ होती है लेकिन विशेष रूप से नौ दिनों के दर्शन पूजन के क्रम में नवरात्र के चतुर्थी तिथि पर मां के दर्शन पूजन का विधान है।