कला अंतः मन का सौंदर्य बोध प्रस्फुटन है इस विचारो से ओत प्रोत 19 कलाकारों ने अहिवासी गैलरी, दृश्य कला संकाय काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में चित्रकला, मूर्तिकला, सेरामिक और व्यवहारिक विधा के युवा कलाकारों ने चारू चिंतन शीर्षक से अपनी कला कृतियों को प्रदर्शित किया।
मुख्य अतिथि प्रो. अनुपम कुमार नेमा छात्र अधिष्ठाता काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, पद्मश्री विजय शर्मा ने इसका उद्घाटन किया। जिसमे विशिष्ट अतिथि के रूप में डा. उत्तमा संकाय प्रमुख दृश्य कला संकाय की गरिमामई उपस्थिति रही। उपस्थित अतिथियों ने इस प्रदर्शनी को एक सार्थक प्रयास कहा और यह प्रयास आगे भी अग्रसारित रूप में होता रहे।
उन्होंने इसके लिए शुभकामनाएं दी और यह सकारात्मक सलाह युवा कलाकारों का मनोबल बढ़ाएगी और उनमें सीखने की इच्छाओ की वृद्धि करेगी। प्रदर्शनी क्यूरेटर डा० नेहा वर्मा ने प्रदर्शनी को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।