काशी हिंदू विश्वविद्यालय के बिरला ए तथा लाल बहादुर शास्त्री छात्रावास के विद्यार्थी पिछले दिनों से धरने पर है वही बीएचयू के फिजिकल एजुकेशन डिपार्टमेंट के प्रोफेसर बी कापड़ी के समझाने पर भी विद्यार्थी नहीं समझ रहे हैं। छात्रों का कहना है कि पहले जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होगी तब तक हम धरना अनवरत जारी रखेंगे। छात्रों ने बताया कि हम बिरला 'अ' तथा लाल बहादुर शास्त्री छात्रावास के स्नातक प्रथम व द्वितीय वर्ष के छात्र हैं। उन्होंने अपनी समस्या बताते हुए कहा कि सेमेस्टर 2 और 4 की कक्षाएं बीते 12 मार्च 2024 से 15 अप्रैल 2024 तक चली है जिन में होली जैसे बड़े पर्व व साप्ताहिक अवकाश भी शामिल है।
अतः सेमेस्टर 2 और 4 के लिए कुल कक्षाएं लगभग 20 दिनों की रही है, जो उचित पठन-पाठन के लिए पर्याप्त नहीं है। अतः हम छात्रावास के सीजीपीए आधारित आवंटन की घोर निंदा विरोध करते हैं। सत्र 2021 के स्नातक छात्रों का छात्रावास शुल्क 1180 रुपए था जो सत्र 2022 व 2023 के छात्रों के लिए 143.64% की वृद्धि के साथ 2875 रुपए कर दिया गया है व इस शुल्क को भी छः मासिक कर दिया गया है जो 2018 के हॉस्टल मैनुअल के अनुसार वार्षिक होना चाहिए था। इस विषय में हमें सेमेस्टर 4 तक भी अवगत नहीं करवाया गया है। इस नए नियम से आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों की शिक्षा में अवरोध उत्पन्न होगा। अतः छात्रावास के समस्त छात्र इसका विरोध व इसे निरस्त करने की मांग करते हैं। कला संकाय के सेमेस्टर 2 और 4 की कुछ परीक्षाएं जुलाई 2024 तक होना निश्चित हुआ है। अतः इन परीक्षाओं के चलते हम अभी ग्रीष्मकालीन अवकाश में छात्रावास खाली करने में असमर्थ हैं। छात्रों ने कहा कि हमारी सभी मांगे वैध है। अतः इन्हें जल्द से जल्द संज्ञान में लेकर नए नियमों को रद्द कर, उचित समाधान करने की किया जाए।