वरिष्ठ चित्रकार डॉ. एस. प्रणाम सिंह ने नागरी नाटक मंडली में 'नव काशी-विकसित काशी' विषयक चित्रकला कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए कहा कि पेशेवर और शौकिया कलाकार शानदार काम कर रहे हैं। नई पीढ़ी के चित्रकारों ने बहुत सारी उम्मीदें जगा दी हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ उदीयमान चित्रकारों की कृतियां इतनी बेहतरीन हैं कि यदि बताया न जाए तो देखने वालों को लगेगा कि सिद्धहस्त कलाकार ने इसका सृजन किया है।इस अवसर पर नागरी नाटक मंडली न्यास के अध्यक्ष डॉ. संजय मेहता, सचिव डॉ. अजीत सैगल, डॉ. सुनील विश्वकर्मा, डॉ. स्मिता चंद्रा, संयोजक डॉ. शारदा सिंह, सुमन पाठक और डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी उपस्थित थे। अतिथियों ने प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र भी वितरित किए।
चार दिवसीय इस कार्यशाला में उत्तर प्रदेश, दिल्ली, बिहार, झारखंड, हरियाणा और पंजाब के कुल 70 कलाकारों ने भाग लिया। कार्यशाला में अरुण विश्वकर्मा, शाहिद महमूद, कात्यायायिनी तिवारी, कमर आरा, गीता विश्वकर्मा, अंकिता मिश्रा, विधि और तृप्ति ने महत्वपूर्ण सहयोग दिया।
कार्यशाला का उद्देश्य न केवल कलाकारों को एक मंच प्रदान करना था, बल्कि उनके हुनर को और निखारना भी था। उपस्थित अतिथियों ने कलाकारों के कार्यों की भूरी-भूरी प्रशंसा की और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।