काशी हिंदू विश्वविद्यालय स्थित सेंट्रल ऑफिस पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों ने जमकर प्रदर्शन किया। छात्रों की पांच सूत्री प्रमुख मांग थी। प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने डीएसडब्ल्यू अनुपम नेमा को पत्रक सौपा। अध्यक्ष प्रशांत राय ने बताया कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अपने स्थापना काल से ही छात्र हितों के लिए कार्य कर रहा है। विश्वविद्यालय में विभित्र शैक्षिक विषयों में अनियमितता लगातार देखने को मिल रही है। विश्वविद्यालय प्रशासन के निर्णयों और नीतियों का छात्र हितों से कोई सरोकार नहीं दिखाई पड़ रहा यह स्थिति अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है।
जिसके दृष्टिगत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद काशी हिंदू विश्वविद्यालय इकाई पांच सूत्रीय मांग कर रहा है। उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद काशी हिंदू विश्वविद्यालय इकाई SUNDAY FOR BHU जैसे अभियान के माध्यम से परिसर को हरा भरा और प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है और निरंतर कार्य कर रही है लेकिन विगत कई महीनों से परिसर में धड़ल्ले से हरे पेड़ों की कटाई चल रही है. यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है, अतः हरे पेड़ों की कटाई पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा कर परिसर में व्यापक स्तर पर वृक्षारोपण किया जाए। विश्वविद्यालय द्वारा पहले के सत्रों में शोध प्रवेश प्रक्रिया पहले से ही प्रभावित हुई है. अतः इस सत्र हेतु शोध में प्रवेश की प्रक्रिया अविलंब प्रारंभ की जाए।
सत्र 2023-24 की नियमित सेमेस्टर परीक्षा देने आने वाले छात्रों का छात्रावास अविलंब खोला जाए जिससे उन्हें असुविधा का सामना न करना पड़े। मंच कला संकाय में वायलिन कोर्स को बंद कर दिया गया है जिससे वहाँ अध्ययनरत विद्यार्थी आगे शिक्षा हेतु चितित हैं. अतः वायलिन कोर्स की पुनः प्रारभ किया जाये।विश्वविद्यालय प्रशासन ने 9 जुलाई से कक्षाओं के संचालन हेतु निर्देशित किया है, लेकिन छात्रावासों में रहने वाले विद्यार्थियों को अभी तक छात्रावासों को आवंटित नहीं किया गया है. महिला महाविद्यालय में भी यही स्थिति है. कक्षाओं के संचालन से पूर्व सभी प्रकार की छात्रावास आवंटन की प्रक्रिया को पूर्ण किया जाये जिससे विद्यार्थियों को कोई असुविधा न हो इस समस्या का शीघ्र निराकरण किया जाए।