काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सामाजिक विज्ञान संकाय के सभागार में प्रोफेसर शुकदेव सिंह की स्मृति में व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मालवीय जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करके किया गया और उसके बाद दीप प्रज्वलन का कार्य किया गया।
इसके पश्चात कुलगीत की प्रस्तुति हुई इस दौरान हिंदी विभाग महिला अध्ययन एवं विकास केंद्र के समन्वयक आशीष त्रिपाठी ने बताया कि हिंदी के महत्वपूर्ण विद्वान प्रोफेसर शुकदेव सिंह की जयंती पर उनका परिवार और विश्वविद्यालय मिलकर कार्यक्रम आयोजित करता है जिसमें उनकी स्मृति उनके कार्य को हम याद करते हैं और उन्होंने जो कार्य किया था उसे जुड़कर ही हम उन विषयों पर बातचीत करते हैं वह मूलत भक्ति काव्य के अध्यता थे और इसलिए आज हमने एक बहुत महत्वपूर्ण भक्त कवि जायसी पर चर्चा की है जिसमें हिंदी के महत्वपूर्ण कवि अष्टभुजा शुक्ल ने शिरकत की है।
उन्होंने बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को भक्ति काव्य के भीतर जो सांस्कृतिक चेतना है उससे परिचित कराना है और उसके साथ जो दिमाग से तमाम चीज विस्मृति हो रही है उनको पुन: याद दिलाना है। इस दौरान प्रोफेसर बिंदा परांजपे डॉक्टर भगवती सिंह प्रोफेसर मनोज कुमार सिंह प्रोफेसर आशीष कुमार त्रिपाठी डॉक्टर प्रीति त्रिपाठी कार्यक्रम में मौजूद रहे।