श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में सावन के दौरान काशी वासियों के विशेष दर्शन की व्यवस्था में बने काशीद्वार का आज से शुरू होगा ट्रायल

श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में सावन के दौरान श्रद्धालुओं को दर्शन-पूजन की व्यवस्थाओं और तैयारियों पर पुलिस, प्रशासन समेत विभागों की बैठक के बाद आज यानी शुक्रवार को काशीद्वार का ट्रायल होगा।

मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा और पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल की अध्यक्षता में नंदूफरिया मार्ग से होकर मंदिर में प्रवेश के लिए काशीद्वार पर मुहर लगी थी। काशीवासियों के प्रवेश के लिए तैयार इस काशीद्वार का ट्रायल आज होगा।


श्रद्धालुओं के लिए सुगम दर्शन का रास्ता साफ


श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में काशी के श्रद्धालुओं के सुगम दर्शन का रास्ता साफ कर दिया। सावन से काशीवासियों को नंदू फरिया गली से मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा। पहले चरण में नंदू फारिया गली से रोजाना सुबह और शाम मिलाकर 2 घंटे तक दर्शनार्थियों को प्रवेश दिया जाएगा। मंदिर की ओर से 4 हजार नेमियों को पास जारी किया गया है।

इस बार श्रावण मास 22 जुलाई से होकर 19 अगस्त तक होगा, जिसमें 5 सोमवार पड़ रहे हैं। 21 जुलाई से शिव की नगरी काशी अपने आराध्य की आराधना में तल्लीन हो जाएगी। 'काशी द्वार' काशीवासियों के लिए डेडिकेटेड प्रवेश द्वार होगा, इसमें काशीवासियों के लिए शुरुआत में नेमी दर्शनार्थियों के लिए खोला जाएगा।

व्यवस्थाएं सुदृढ़ होने के बाद आम काशीवासियों के लिए खोल दिया जाएगा। इससे काशी के वासियों को सुगमता से दर्शन हो सकेंगे। मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्र ने बताया कि 12 जुलाई से काशीद्वार का ट्रायल शुरू किया जाएगा। काशीद्वार के ट्रायल के नतीजों के बाद सावन मास में पूरी तरह से लागू कर दिया जाएगा।


कैमरों से निगरानी, जिग-जैग होगी बैरिकेडिंग


मंडलायुक्त ने संपूर्ण कॉरिडोर में सुरक्षा के दृष्टिगत सभी जगहों पर भी कैमरे लगाने को निर्देशित किया। संपूर्ण धाम क्षेत्र को CCTV कैमरे से लैस करते हुए कंट्रोल रूम को स्थापित किया गया है। श्रद्धालुओं समेत सभी व्यवस्थाओं पर बारीकी से नजर रखी जाएगी।

सड़क पर भीड़ को कम करते हुए अंदर बैरिकेड्स को जिग-जैग करने तथा शेड लगाने को कहा। घाट पर लगी फ्लड लाइट को बढ़ाने की बात कही, तर्क दिया कि कोई भी क्षेत्र अंधेरे में नहीं रहने पाए।



श्रद्धालुओं के लिए सुविधाएं होंगी सुदृढ़


दर्शनार्थियों की सुविधा को कई जगहों पर लाइव दर्शन एलईडी लगेगी। सुविधा के लिए खोया पाया केंद्र बनाया जाएगा, जिसमें बहुभाषी कर्मियों की भी व्यवस्था होगी। पब्लिक एड्रेस सिस्टम तथा गलियों में भी सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम करने का निर्देश दिया गया है।

दर्शनार्थियों के लिए शौचालय, पीने के पानी की समुचित व्यवस्था, घाटों पर लगे सभी जेटी को ठीक कराया जाएगा।

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