बनारस रेल इंजन कारखाना में लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनी

बनारस रेल इंजन कारखाना में 30 अक्टूबर 2024 को लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 149वीं जयंती के अवसर पर राष्ट्रीय एकता दिवस बड़े उत्साह और देशभक्ति की भावना के साथ मनाया गया। इस विशेष अवसर पर बरेका में विविध कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें अधिकारियों, कर्मचारियों, और विभिन्न विभागों,संगठनों के सदस्यों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।

पुष्पांजलि एवं श्रद्धांजलि सभा कार्यक्रम का शुभारंभ प्रशासन भवन के प्रांगण में महाप्रबंधक सुशील कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में हुआ। उनके साथ प्रमुख मुख्य यांत्रिक इंजीनियर सुब्रत नाथ, प्रमुख मुख्य सामग्री प्रबंधक रजनीश गुप्ता, प्रधान वित्त सलाहकार श्री नीरज वर्मा, प्रमुख मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. देवेश कुमार, प्रमुख मुख्य इंजीनियर विनोद कुमार शुक्ला,प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी जनार्दन सिंह, महानिरीक्षक सह प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त नुरुल होदा, मुख्य सामग्री प्रबंधक संजय कुमार मिश्रा, मुख्य यांत्रिक इंजीनियर सर्विस इंजीनियर नीरज जैन, मुख्य अभिकल्प इंजीनियर विद्युत मनोज कुमार गुप्ता मुख्य अभिकल्प इंजीनियर परियोजना, अनुराग गुप्ता,मुख्य गुणता आश्वासन प्रबंधक प्रवीण कुमार, मुख्य संरक्षा अधिकारी एस.बी. पटेल, मुख्य यांत्रिक इंजीनियर क्यूएमएस राम जन्म चौबे, उप मुख्य कार्मिक अधिकारी श्याम बाबू,वरिष्ठ कार्मिक अधिकारी श्री राजकुमार गुप्ता,जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार और वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे। सभी ने सरदार पटेल के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धापूर्वक नमन किया।

महाप्रबंधक सुशील कुमार श्रीवास्तव ने विभिन्न संगठनों की परेड का निरीक्षण किया और सलामी ली। रेलवे सुरक्षा बल, सेंट जॉन्स एम्बुलेंस ब्रिगेड, सिविल डिफेंस और भारत स्काउट एंड गाइड की टुकड़ियों ने अपने अनुशासित प्रदर्शन और वर्दी में गरिमापूर्ण प्रस्तुति से सभी का मन मोह लिया। इन सभी टुकड़ियों की एकता और अनुशासन सरदार पटेल के आदर्शों का प्रतीक था, जो उनके संदेश को सजीव रूप में प्रस्तुत कर रहा था।

परेड एवं सलामी पुष्पांजलि के उपरांत, महाप्रबंधक ने बनारस रेल इंजन कारखाना के समस्त अधिकारियों और कर्मचारियों को राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलाई। इस शपथ में भारत की अखंडता, एकता और सुरक्षा को बनाए रखने का संकल्प लिया गया।इस समारोह का संचालन अनुवादक श्री आलोक पांडेय ने प्रभावी रूप से किया।







Post a Comment

Previous Post Next Post