पूर्वांचल विद्युत वितरण के एमडी कार्यालय भिखारीपुर के परिसर में घुसकर नारेबाजी करने और गेट तोड़ने के मामले में पुलिस ने सपा नेताओं पर कार्रवाई की है। कार्यालय में हंगामा करने के आरोप में शुक्रवार शाम को महानगर अध्यक्ष समेत 50 अज्ञात सपा कार्यकर्ताओं पर मुकदमा दर्ज किया गया।डिस्कॉम प्रबंधन के आदेश पर सिविल विभाग के अवर अभियंता अमित कुमार सिंह की तहरीर पर चितईपुर थाने में कार्रवाई की गई। पुलिस के अनुसार समाजवादी पार्टी से कुछ लोग निजीकरण के विरोध में गुरुवार को एमडी कार्यालय के मुख्य गेट पर धरना प्रदर्शन कर रहे थे। इस बीच मुख्य अभियन्ता (प्रशासन) ने मौके पर पहुंच कर ज्ञापन देने का आग्रह किया था, परन्तु उन्हें ज्ञापन नहीं सौपा गया।थोड़ी देर बाद सपाजन गेट को धक्का देने लगे।
सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें रोकने का काफी प्रयास किया लेकिन नहीं माने। इसके बाद सभी ने धक्का दिया और गेट पर लगी चेन टूट गई और परिसर में घुस गए। परिसर के अंदर भी नारेबाजी करते हुए हंगामा काटा और काम प्रभावित किया।गुरुवार को भिखारीपुर विद्युत वितरण केंद्र पर समाजवादी पार्टी (सपा) के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया था। सपा के महानगर अध्यक्ष दिलीप डे के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने बिजली कार्यालय के मुख्य गेट पर धरना-प्रदर्शन किया और निजीकरण के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते हुए सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। सपा नेताओं ने सरकार पर जनता का शोषण और कीमतें बढ़ाकर कमर तोड़ने की बात कही।प्रदर्शन के दौरान मामला तब बेकाबू हो गया था, जब उग्र सपा कार्यकर्ताओं ने कार्यालय का मुख्य गेट तोड़कर परिसर में प्रवेश कर लिया।
चितईपुर थाना प्रभारी प्रवीण कुमार भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और कार्यकर्ताओं को बलपूर्वक बाहर खदेड़ने का प्रयास किया। इस दौरान सपा कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक हुई थी।सपा नेताओं ने मेन गेट तोड़ दिया और अंदर घुस गए अधिकारियों को बाहर बुलाया तो कोई नहीं आया। इसके बाद आक्रोशित सपा नेताओं ने मेन गेट तोड़ दिया और अंदर घुस गए। हालांकि मामला बढ़ता देखकर पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करते हुए कार्यकर्ताओं को तितर-बितर कर दिया था। प्रदर्शन में सपा नेता किशन दीक्षित, ओपी सिंह, पूजा यादव, राहुल गुप्ता, राजू यादव, राहुल यादव, युवा नेता संदीप मिश्र एवं सपा कार्यकर्ता मौजूद रहे।