गंगा दशहरा के पावन पर्व पर गंगोत्री सेवा समिति के तत्वाधान में प्रसिद्ध दशाश्वमेध घाट पर विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती का भव्य आयोजन किया गया। समिति के संस्थापक अध्यक्ष पं किशोरी रमण दुबे ,बाबू महाराज के आचार्यत्व में मां गंगा की अष्ट धातु की मूर्ति का फूलों से श्रृंगार हुआ। मां गंगा का 51 लीटर दुग्ध, फल, फूल, मिष्ठान से अभिषेक कर षोडशोपचार पूजन हुआ। गंगा को प्रतीकात्मक रूप से पियरी साड़ी चढ़ाई गई। 11 वैदिक ब्राह्मणों ने मां गंगा की आरती उतारी। 21 रिद्धि सिद्धि के रूप में चवर डुला रही कन्याओं ने मातृशक्ति का प्रतिनिधित्व किया। डमरु निनाद और मां गंगा के जयकारे गूंजते रहे।
इस दौरान सभी को स्वच्छ गंगा निर्मल गंगा का संकल्प दिलाया गया। मुख्य अतिथि.... एवं विशिष्ट अतिथियों... ने मां गंगा का वैदिक रीति से पूजन किया । गीतकार कन्हैया दुबे के संयोजकत्व में भजन संध्या का आयोजन हुआ। कलाकार डॉ. अमलेश शुक्ला ने भजनों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। ओम तिवारी,यथार्थ दुबे के अलावा स्नेहा अवस्थी, रमा सिंह, अंशिका सिंह ने भी भजन पेश किया। गंगा दशहरा आयोजन का संयोजन एवं अतिथियों का स्वागत समिति के सचिव पं० दिनेश शंकर दुबे ने किया। आयोजन में प्रमुख रूप से पं० कन्हैया त्रिपाठी, गंगेश्वर धर दुबे , शांतिलाल जैन, संकटा प्रसाद, संजय यादव उपस्थित रहे ।