वाराणसी में बाढ़ की भयावह स्थिति के बीच प्रशासनिक अमला और जनप्रतिनिधि अब राहत कार्यों में सक्रिय हो गए हैं। रविवार को शिवपुर विधानसभा क्षेत्र के कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने चिरईगांव विकासखंड के बाढ़ग्रस्त गांवों का निरीक्षण किया और लोगों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया।मंत्री ने एनडीआरएफ की टीम के साथ चांदपुर, तातेपुर, सिंहवार, कमौली, रामचन्दीपुर, गोबरहां, मोकलपुर, अंबा और कुकुढ़ा गांवों का दौरा किया। उन्होंने बाढ़ से पीड़ित लोगों के लिए राशन, पशुओं के लिए चारा और चिकित्सा सहायता की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। कई इलाकों जैसे रामपुर, मोकलपुर और गोबरहां की बस्तियों में बाढ़ का पानी घरों तक पहुंच चुका है, जिससे लोग सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं।जिलाधिकारी के निर्देश पर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. संदीप चौधरी ने बाढ़ राहत चौकियों का निरीक्षण किया। चांदपुर चौकी में एंटी स्नैक वेनम और एआरवी इंजेक्शन उपलब्ध कराए गए हैं। डॉ. चौधरी ने मौके पर मौजूद डॉक्टरों को निर्देश दिए कि इलाज में कोई लापरवाही न हो।नायब तहसीलदार सुल्खा वर्मा ने बताया कि सबसे ज्यादा प्रभावित गांवों में भूसे का वितरण किया गया है।
मोकलपुर और रामचन्दीपुर में 3-3 ट्रैक्टर भूसा, जबकि अंबा और कुकुढ़ा में 1-1 ट्रैक्टर भूसा भेजा गया है।चंदौली सांसद वीरेंद्र सिंह ने रामचन्दीपुर गांव में चौपाल लगाकर ग्रामीणों से बातचीत की। ग्रामीणों ने बताया कि सड़कों पर पानी भर जाने से आवाजाही पूरी तरह ठप हो चुकी है। इस पर सांसद ने कहा कि यदि मिट्टी की व्यवस्था हो जाए तो वे सड़क का ऊंचीकरण कराएंगे। वहीं, चारे की कमी पर उन्होंने डीएम से बात कर तत्काल भूसा भेजने का निर्देश दिया।