सावन मास का अंतिम सोमवार श्रद्धा और भक्ति की अनोखी छटा लेकर आया है। काशी विश्वनाथ मंदिर में भोर से ही लाखों श्रद्धालु बाबा भोलेनाथ के दर्शन के लिए उमड़ पड़े। मंदिर परिसर से लेकर गलियों तक करीब 5 किलोमीटर लंबी कतारें लग चुकी हैं।भोर की मंगला आरती में बाबा को स्वर्ण मुकुट पहनाकर विशेष श्रृंगार किया गया। मंदिर में श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए रेड कारपेट बिछाई गई है और फूलों की वर्षा की जा रही है। अनुमान है कि करीब 5 लाख भक्त आज बाबा को जलाभिषेक करेंगे।काशी के अलावा अयोध्या में हनुमानगढ़ी में भी भारी संख्या में श्रद्धालु जुटे हैं, जहां बारिश के बीच भी लोगों की आस्था में कोई कमी नहीं आई। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद मंडल में सुबह 3 बजे से ही से पर भीड़ देखी जा रही है।मुरादाबाद में एक अनोखा दृश्य देखने को मिला जहां एक बहू ने अपनी सास को कांवड़ में बैठाकर 60 किलोमीटर पैदल यात्रा की। उसके साथ पति और अन्य परिजन भी थे। बहू ने कहा, "मैं अपनी सास को मां के समान मानती हूं। हमारी यात्रा प्रेम और सम्मान का प्रतीक है।" यह दृश्य श्रद्धा के साथ-साथ सामाजिक सौहार्द का भी सुंदर उदाहरण बन गया।
लखीमपुर खीरी के गोला गोकर्णनाथ मंदिर में भी कांवड़ियों की भारी भीड़ है। वहीं, संभल जिले में हरिद्वार और ब्रजघाट से आए शिवभक्तों पर नगर पंचायत सिरसी द्वारा बुलडोजर से पुष्पवर्षा की गई। भाजपा चेयरमैन कौसर अब्बास स्वयं बुलडोजर पर चढ़कर फूलों की वर्षा करते नजर आए।