श्री काशी विश्वनाथ डमरूदल सेवा समिति एवं सारडा समाज फाउंडेशन द्वारा पितृपक्ष के अवसर पर दिवंगत असहाय एवं लावारिस शवों की आत्मा की शांति के लिए विशेष अनुष्ठान आयोजित किया गया। संस्था अब तक मणिकर्णिका घाट एवं हरिश्चंद्र घाट पर लगभग 1200 से अधिक शवों का दाह संस्कार करा चुकी है।
संस्था के अध्यक्ष ओमनाथ शर्मा उर्फ मोनू बाबा और कार्यवाहक अध्यक्ष पुनीत जैतली के नेतृत्व में पूरे 15 दिन तक तर्पण करने के बाद रविवार को सभी मृत आत्माओं की शांति के लिए पिंडदान कर 51 ब्राह्मणों को वर्णी एवं अन्नदान कराया गया। इस अवसर पर संस्था के सभी सदस्य एकजुट होकर समाज सेवा का भी संकल्प लिया। अनुष्ठान उपरांत सभी सदस्य सारनाथ स्थित काशी कुष्ठ सेवा आश्रम पहुँचे, जहां रहने वाली माताओं और बुजुर्गों को साड़ी, कपड़े एवं लगभग 2 कुंतल अनाज, मसाले और सब्जियों की व्यवस्था उपलब्ध कराई गई। इस सेवा कार्य में मुख्य रूप से विकास, कमलेश, रवि, पवन शर्मा, पिंटू यादव, ओमनाथ शर्मा और पुनीत जैतली (पागल बाबा) सम्मिलित रहे। संस्था का मानना है कि असहाय एवं लावारिस शवों का सम्मानपूर्वक अंतिम संस्कार और उनके लिए तर्पण-पिंडदान करना ही सच्ची मानव सेवा है।
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