काशी हिंदू विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग में को जैन विद्वान राजशेखरसूरी कृत ‘प्रबंधकोष’ के हिंदी अनुवाद का लोकार्पण असम के राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य ने किया। यह ग्रंथ 672 वर्षों बाद पहली बार हिंदी में अनूदित हुआ है।कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रगान और दीप प्रज्वलन से हुआ। विभागाध्यक्ष प्रो. घनश्याम और प्रो. प्रवेश भारद्वाज ने राज्यपाल का स्वागत किया। प्रो. भारद्वाज ने बताया कि यह ग्रंथ 1349 ईस्वी में दिल्ली में लिखा गया था, जिसमें तुगलक कालीन भारत का ऐतिहासिक विवरण है। उन्होंने कहा कि ग्रंथ से इतिहासकारों को प्रमाणिक स्रोत उपलब्ध होंगे।राज्यपाल लक्ष्मण आचार्य ने अपने संबोधन में कहा कि “शिक्षा का उद्देश्य केवल सूचना देना नहीं, बल्कि चरित्र निर्माण करना है।”
कार्यक्रम में पूर्व संकाय अध्यक्ष प्रो. आर.पी. पाठक, संकाय प्रमुख प्रो. अशोक उपाध्याय, प्रो. ताबीर कलम, प्रो. मालविका रंजन सहित कई शिक्षकों और विद्यार्थियों ने भाग लिया। कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।