उत्तर प्रदेश विधान परिषद (एमएलसी) चुनाव में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस आमने-सामने आ गई हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने पांच प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की। उन्होंने बताया कि कांग्रेस प्रदेश की कुल 11 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। अजय राय ने कहा कि कांग्रेस युवाओं, शिक्षकों और स्नातक वर्ग की आवाज़ को विधान परिषद में उठाने के लिए पूरी मजबूती से मैदान में उतरेगी।
कांग्रेस ने मेरठ-सहारनपुर स्नातक सीट से विक्रांत वशिष्ठ, आगरा स्नातक सीट से रघुराज सिंह पाल, लखनऊ स्नातक सीट से डॉ. देवमणि तिवारी, वाराणसी शिक्षक सीट से संजय प्रियदर्शी और वाराणसी स्नातक सीट से अरविंद सिंह पटेल को उम्मीदवार बनाया है।अजय राय ने बताया कि बाकी सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा जल्द की जाएगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हर जिले में कोऑर्डिनेटर कमेटी बनाई है और लखनऊ में एक ‘कनेक्ट सेंटर’ स्थापित किया गया है, जहां से पूरे चुनाव अभियान की निगरानी की जाएगी। पार्टी बेरोजगारी, शिक्षक अस्थिरता, पेंशन और भर्ती प्रक्रिया में देरी जैसे मुद्दों को प्रमुखता से उठाएगी।
इससे पहले समाजवादी पार्टी ने भी पांच सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित किए थे, जिससे अब यह तय हो गया है कि एमएलसी चुनाव में सपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला होगा। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि यह चुनाव विपक्षी एकता की बड़ी परीक्षा साबित हो सकता है। अजय राय ने कहा कि कांग्रेस हर वर्ग की आवाज़ बनेगी और यह चुनाव संगठन की मजबूती और जनता के भरोसे की पहचान होंगे। यूपी की राजनीति में सपा और कांग्रेस की यह टक्कर आने वाले विधानसभा चुनावों के लिए नए समीकरण तय कर सकती है।