अयोध्या में 25 नवंबर को होने वाले ध्वजारोहण कार्यक्रम से पहले तैयारियां जोरशोर से चल रही हैं। आज सुबह 251 महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में 1 किलोमीटर लंबी भव्य कलश यात्रा निकाल रही हैं। महिलाएं सिर पर कलश रखकर सरयू नदी का पवित्र जल राम मंदिर तक पहुंचाएंगी। यात्रा में गुरुकुल के छात्र भी शामिल हो रहे हैं। कुल 500 कलशों में जल लाया जाना है।यही वही जल होगा, जिससे आने वाले विशेष अनुष्ठान में रामलला का अभिषेक किया जाएगा। आचार्यों को ये जल सौंपने के बाद 21 नवंबर से ध्वजारोहण के पूर्व के वैदिक अनुष्ठान शुरू होंगे।
ध्वजारोहण समारोह 25 नवंबर को आयोजित होना है। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, RSS प्रमुख मोहन भागवत सहित देशभर से करीब 8 हजार लोग शामिल होंगे। उद्योग जगत की हस्तियां, बॉलिवुड सितारे और खेल जगत से जुड़े प्रमुख चेहरे भी अयोध्या पहुंचेंगे।ट्रस्ट पदाधिकारियों ने बताया कि यह आयोजन 5 जून को हुई राम दरबार प्राण प्रतिष्ठा की कलश यात्रा की तर्ज पर किया जा रहा है। उस समय की भांति इस बार भी प्रमुख यजमान श्रीराम जन्मभूमि के नील मिश्र अपनी पत्नी के साथ अनुष्ठान में मौजूद रहेंगे।अयोध्या में माहौल धार्मिक उत्साह और भक्ति से सराबोर है, और पूरे शहर में इस दिव्य आयोजन को लेकर विशेष उत्सुकता दिखाई दे रही है।
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